48 घंटे में राज्य के अस्पतालों में हार्ट अटैक के 92 मरीज पहुंचे, 33 की मौत
रांची। बढ़ी ठंड में हार्ट अटैक एवं ब्रेन स्ट्रोक के मामले तेजी से बढ़े है। राज्य के अस्पतालों का आंकड़ा देखा जाए तो पिछले 48 घंटे में हार्ट अटैक के 92 मरीज पहुंचे। इसमें 33 की मौत हो गई, जबकि 49 अब भी गंभीर स्थिति में हैं।
ये आंकड़ा राज्य के कुछ प्रमुख अस्पतालों का है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की एक रिसर्च के अनुसार, गर्मियों के मुकाबले सर्दी के मौसम में हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक से होने वाली मौत के मामले 30-40 प्रतिशत तक बढ़ जाते हैं।
रिम्स रांची के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रशांत के अनुसार, सर्दियों में रक्त वाहिनियां सिकुड़ जाती हैं, जिसका असर हृदय को खून पहुंचाने वाली धमनियों पर पड़ता है। इससे हृदय को रक्त और ऑक्सीजन की कम मात्रा मिलती है।
इसलिए हृदय रोगियों में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। ठंड के प्रति संवेदनशील होने के कारण बच्चे, बुजुर्ग और हृदय रोगियों में हाइपोथर्मिया का खतरा भी रहता है। वहीं सर्दियों में कोरोनरी हृदय रोग से पीड़ित लोग अक्सर एंजाइना (सीने में दर्द) की शिकायत लेकर पहुंचते हैं। ऐसे दर्द को नजरअंदाज न करें।
ये सावधानी जरूरी
सुबह धूप निकलने के पहले बाहर न निकलें। गुनगुना पानी पीएं।
ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल एवं मधुमेह के मरीज नियमित दवा खाएं।
एक बार अगर किसी मरीज को हार्ट अटैक हो चुका है तो उसे विशेष सावधानी बरतने की जरूरत होती है।
शरीर के किसी अंग में कमजोरी, सुन्नपन आए या फिर सीने में दर्द हो तो तत्काल डॉक्टर से दिखाएं।
ठंड से बचने के लिए शरीर को पूरी तरह से ढंक कर रखें, खासतौर पर सिर को।
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