नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि ‘डबल इंजन’ की सरकार होने का सीधा मतलब राज्यों में विकास की दोगुनी रफ्तार से है और इसके ना होने से जनता पर ‘डबल मार’ पड़ती है। चुनावी राज्य कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं से डिजिटल माध्यम से संवाद करते हुए मोदी ने आग्रह किया कि वे जनता के बीच जाएं और बताएं कि ‘डबल इंजन’ सरकार के क्या फायदे हैं।
केंद्र और राज्य में एक ही पार्टी की सरकार होने को भाजपा ‘डबल इंजन’ की सरकार कहती है। हाल के वर्षों में विधानसभा चुनावों में पार्टी ने इसे एक बड़ा मुद्दा बनाया है। मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे जनता को समझाएं कि स्थिर सरकार होने के फायदे होते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मतदाताओं को बताएं कि कर्नाटक में स्थिरता ना होने की वजह से कितना नुकसान हुआ है और दिल्ली में (केंद्र में) एक स्थिर सरकार होने की वजह से कितना काम हो रहा है।
इस बार यहां भी मजबूत और स्थिर सरकार बनाइए।’’ मोदी ने कहा, ‘‘डबल इंजन सरकार का सीधा और साधारण मतलब है कि विकास की रफ्तार डबल। बीते नौ वर्षों का यही अनुभव रहा है। जहां-जहां भाजपा की डबल इंजन की सरकार है, वहां-वहां गरीब कल्याण की योजनाएं तेजी से जमीन पर उतरी हैं।
’’उन्होंने कहा कि हर घर जल योजना में कर्नाटक सबसे आगे है और यह इसलिए संभव हुआ है कि क्योंकि वहां डबल इंजन की सरकार है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जिन राज्यों में भाजपा सरकार नहीं है, वहां वह (सत्ताधारी दल) कोशिश करते हैं कि केंद्र सरकार की कोई भी योजना सफल न हो जबकि कुछ राज्य तो योजना से जुड़ते ही नहीं हैं और कुछ राज्य ऐसे हैं जो योजना का नाम तक बदल देते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर यहां ऐसी सरकार आएगी जो बात-बात पर केंद्र सरकार से लड़ती रहेगी, योजनाओं को रोकती रहेगी… अवसंरचना से जुड़ी सारी परियोजनाओं को अटकाती रहेगी… हम सड़कें बनाना चाहेंगे तो जमीन का काम ही धीरे-धीरे करेंगे… तो कैसे निवेश आएगा? निवेश नहीं आयेगा तो कर्नाटक में नए रोजगार कैसे सृजित हो पाएंगे? यानी डबल इंजन की सरकार के ना रहने पर जनता पर डबल मार पड़ती है।’’