रांची। झारखंड एकेडेमिक काउंसिल के कर्मचारी पिछले चार दिनों से हड़ताल कर रहे हैं। उन्होंने चार दिनों से कार्य बहिष्कार कर रहे हैं। उनके आंदोलन की वजह से जैक का कामकाज प्रभावित है। कर्मचारी प्रतिदिन जैक परिसर में धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं।
हो रहा धरना-प्रदर्शन
पूरे दिन परिसर में बैठ कर प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। इधर उनके आंदोलन से जैक का कामकाज बाधित होने के चलते यहां चल रही आकलन परीक्षा बाधित हो रही है। बता दें कि आकलन परीक्षा उन प्रतिभावान छात्रों की प्रतिभा का आकलन करने के लिए ली जाती है, जो स्कॉलरशिप चाहते हैं।
आगामी परीक्षाएं हो सकती हैं प्रभावित
यह परीक्षा जैक सभागार में ही आयोजित हो रही है। परंतु कर्मचारियों के आंदोलन के कारण परीक्षा बाधित हो रही है। इसके अलावा इन दिनों पूरे राज्य में मैट्रिक और इंटर की 2025 की परीक्षा के लिए छात्रों का रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है। इसमें भी जैककर्मियों के आंदोलन के कारण अड़चन आ रही है। यदि समय रहते आंदोलन समाप्त नहीं हुआ, तो रजिस्ट्रेशन का कार्य बाधित हो सकता है और इसका असर होनेवाली परीक्षा पर पड़ सकता है।
तकनीशियन की नियुक्ति को लेकर है विवाद
दरअसल, जैक में फिलहाल आइटी सेल में तकनीशियनों की नियुक्ति के लिए विज्ञापन निकाला गया है। इसी से कर्मचारियों में नाराजगी है। आंदोलन कर रहे कर्मचारियों का कहना है कि जैक प्रबंधन उनके साथ दोरंगी नीति अपना रहा है।
सेवा स्थायी करने की मांग
पहले उनकी सेवा स्थायी की जाये, फिर नई नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की जाये। कर्मचारियों की मांग है कि वे यहां पिछले 15 सालों से ज्यादा से काम कर रहे हैं, लेकिन अब तक उनकी सेवा स्थायी नहीं की गई, जबकि नई नियुक्ति का विज्ञापन निकाल दिया गया है। जबकि आइटी सेल का काम भी वे बखूबी संभाल ही रहे थे।
जैक अध्यक्ष बोले
इधर जैक अध्यक्ष अनिल कुमार महतो का कहना है कि कर्मचारियों की नियुक्ति उनके कार्यकाल में नहीं हुई है। ये सारे कर्मचारी पहले से नियुक्त हैं। जैक के स्वीकृत पदों पर अब तक बैकलॉग तक क्लीयर नहीं किया गया है। इनकी नियुक्ति कैसे हुई, कोई रिकार्ड तक नहीं है।
100 से ज्यादा कर्मचारी डेढ़ दशक से कार्यरत
उन्होंने कहा कि कुछ लोग आइटी सेल में नई नियुक्ति के नाम से घबरा गये हैं। उन्हें लग रहा है कि आइटी सेल में नये तकनीशियन के आते ही सबकी पोल पट्टी खुल जायेगी। हम चाहते हैं कि आइटी सेल में हुई गड़बडि़यों का खुलासा हो। बता दें कि जैक में कर्मचारयों की संख्या 100 से ज्यादा है और ये सभी करीब 15 साल से काम कर रहे हैं। पर अब तक किसी की सेवा स्थायी नहीं हो सकी है।



