रांची: आजकल हर उम्र के लोग एक समस्या से परेशान हैं और वह है सिरदर्द। बदलते परिवेश और तनावपूर्ण जिंदगी के कारण यह समस्या आम हो गई है। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण अनहेल्दी लाइफस्टाइल है।
अगर आप भी उनमें से एक हैं जो हमेशा सिरदर्द से परेशान रहते हैं और दवाइयां खा-खाकर थक चुके हैं। तो आज हम आपके लिए कुछ घरेलू नुस्खे लेकर आए हैं जो आपको सिरदर्द से राहत दिलाएंगे, वो भी बिना कोई दवा खाए।
रोज सुबह उठते ही नींबू की चाय पिएं। अक्सर लोग दूध की चाय स्वाद के लिए पीते हैं लेकिन नींबू की चाय हमारे लिए बहुत फायदेमंद होती है। इसलिए, हर सुबह नींबू की चाय पीने की आदत विकसित करना जरूरी है।
चाय में नींबू मिलाकर पीने से आप सिरदर्द से तुरंत राहत पा सकते हैं। इसके लिए चाय में नींबू निचोड़कर पी जाइए।
सिर दर्द से राहत के लिए आप एक्यूप्रेशर का प्रयोग कर सकते हैं। सिर दर्द होने पर आप अपनी दोनों हथेलियों को सामने की तरफ ले आइए।
इसके बाद एक हाथ से दूसरे हाथ के अंगूठे और इंडेक्स फिंगर के बीच की जगह पर हल्के हाथ से मसाज करें। यह प्रोसेस दोनों हाथों में 2 से 4 मिनट तक दोहराइए। ऐसा करने से आपको सिरदर्द में तुरंत आराम मिलेगा।
दोपहर के समय सेब में हल्का नमक डालकर खाएं। हम बचपन से यही सुनते आ रहे हैं कि सेब हमारी सेहत के लिए अच्छा होता है। हम यह भी जानते हैं कि हमें हर दिन सेब खाना चाहिए। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि यह हमारे सिरदर्द को कम करने में भी फायदेमंद है।
अगर कई कोशिशों के बाद भी आपका सिरदर्द दूर नहीं हो रहा है तो एक सेब को काटकर उस पर नमक छिड़कें और खाएं। सिरदर्द से राहत पाने के लिए यह बहुत ही कारगर उपाय है।
रात में सोने से पहले लौंग के तेल से मालिश करें। सिर दर्द को दूर करने के लिए लौंग का भी इस्तेमाल किया जाता है। लौंग में दर्द खत्म करने के गुण शामिल हैं। लौंग के तेल से माथे की मालिश करने से सिर दर्द से आपको कुछ ही मिनटों में आराम मिल जाएगा।
इन सबके अलावा आपका सिरदर्द लंबे समय तक स्क्रीन देखने के कारण भी हो सकता है। इसलिए स्क्रीन टाइम कम करें। अगर यह संभव नहीं है तो स्क्रीन वाला चश्मा पहनें, इससे आपको काफी राहत मिलेगी।
कभी-कभी टोपी, स्विमिंग गॉगल्स या टाइट रबर बैंड पहनने से आपको सिरदर्द की समस्या हो सकती है, ऐसे में सबसे पहले अपने बालों को खोलें और पोनीटेल एरिया पर उंगलियों से मसाज करें।
इसे भी पढ़ें
झारखंड कैसे बनता गया भाजपा का मजबूत किला 20 साल में 1 से 12 तक के सफर पर एक नजर