मछली का कांटा [ Fish Hook] निकालने का उपाय
नन वेजिटेरियन लोगों में से कइयों को मछलियां खाना बेहद पसंद होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि सीफूड में मछली काफी हेल्दी मानी जाती है।
इसका स्वाद भी बढ़िया होता है। इसलिए डॉक्टर भी इसे डाइट में शामिल करने की सलाह देते हैं।
लेकिन कई दफा मछली खाने वालों के लिए गले में कांटा अटकने का खतरा काफी बढ़ जाता है।
जिसे समय पर निकाला नहीं गया तो वो खाने की नली चीर सकता है। इससे मेडिकल इमरजेंसी की नौबत आ सकती है।
मछली का कांटा क्या है?
असल में मछली का कांटा उसकी हड्डी होती हैं, जो कई बार पैनी और छोटी होती हैं। अनजाने में इन्हें निगलने पर खांसी आना, गले में चुभन या खुजली होना, निगलने में दर्द होना, निगला ना जाना, गर्दन के निचले हिस्से में भारीपन, गले में तेज दर्द होना, थूक में खून आना जैसे लक्षण दिखायी देते हैं।
हालांकि थोड़ी सावधानी बरती जाए तो मछली का कांटा फंसने का खतरा कम किया जा सकता है।
इसके लिए जरूरी है कि छोटे बच्चों, काफी बुजुर्गों, नकली दांत वाले लोगों, मस्कुलर डिस्ट्रॉफी के मरीज, सेरेब्रल पाल्सी के मरीज को कांटा निकालकर मछली दें।
क्योंकि, इनके गले में मछली की हड्डी फंसने का खतरा ज्यादा होता है। इसके अलावा, एक बार में मछली का बड़ा टुकड़ा या जल्दी-जल्दी खाने से बचें।
इसके बाद भी गले में मछली का कांटा फंस जाए तो कई उपाय हैं जिनसे कांटा निकाला जा सकता है।
वैसे तो मछली खाते समय गले में कांटा फंसने पर ऐसे बहुत कम मामले होते हैं जिसमें हमें मेडिकल सहायता की जरूरत पड़ती है।
मछली का कांटा का असर
हालांकि गले में कांटा फंसने पर किसी भी व्यक्ति को घबराहट होना लाजमी है और जब तक कांटा गले से निकल नहीं जाता है तब तक चैन नहीं पड़ता है।
मछली खाते समय गले में कांटा फंसने पर दर्द होना लाजमी सी बात है और साथ ही गले में इरिटेशन भी होने लगती है।
कई बार कांटा पेट में भी चला जाता है लेकिन आपको ऐसा महसूस होगा कि कि यह अभी भी गले में ही फंसा हुआ है।
ऐसा उस स्थिति में होता है, जब कांटा आपके गले को नुकसान पहुंचाते हुए आपके पेट तक पहुंच जाता है।
मछली खाते समय गले में कांटा अक्सर बहुत ऊपर ही फंस जाता है लेकिन खांसने से इसकी पकड़ ढीली हो जाती है।
ऐसा करने से या तो ये खांसी के साथ बाहर आ जाता है या फिर पेट में चला जाता है।
एक बार कांटा पेट में चले जाने के बाद यह आपके शरीर को किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं पहुंचाता है।
मछली का कांटा गले में फंस जाए तो क्या करें?
1. केला खाएं
अगर आपके गले में कांटा फंस जाए तो आप तुरंत एक केला खा लें। आप एक बार में ज्यादा से ज्यादा मात्रा में केला खाएं और उसे चबाए बगैर निगलने की कोशिश करें।
ऐसा करने से केला कांटे को साथ लेकर पेट में चला जाएगा।
2. रोटी या चावल खाएं
केला ना हो तो आप ये तरीका रोटी या चावल के साथ भी आजमा सकते हैं और उन्हें चबाए बगैर निगलने की कोशिश करेंगे तो आपके लिए ज्यादा बेहतर रहेगा।
3. कोका कोला या पेप्सी जैसे ड्रिंक भी ट्राई कर सकते हैं
अगर आपका दिल कुछ खाने का नहीं कर रहा है तो आप कोका कोला, पेप्सी जैसे कार्बोनेटेड ड्रिंक पीने से भी कांटा निकलने में आसानी होती है।
4. अरंडी का तेल भी है उपयोगी
आप थोड़ी मात्रा में सोडा, सिरका अरंडी का तेल भी पी सकते हैं, जो कांटे की पकड़ को कमजोर कर उसे पेट में जाने में मदद करता है या फिर कुल्ला करने से आप उसे बाहर भी निकाल सकते हैं।
मछली का कांटा फंस जाए तो घबराए नहीं
मछली का कांटा फंसने पर ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है और समय के साथ-साथ यह खुद-ब-खुद ढीला पड़ जाता है और ज्यादातर मामलों में खुद निकल जाएगा।
नहीं निकले तो डॉक्टर से करें संपर्क
हां, इस बात का ध्यान रखें कि रात में सोने से पहले यह निकल चुका है। अगर मछली का कांटा फंसने के बाद सांस लेने में तकलीफ हो तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
कांटा अगर गले में न फंसकर बल्कि खाने की नली में फंस गया हो तो ये आपके लिए कई समस्याएं पैदा कर सकता है।
कांटा निकल भी गया और दर्द कई दिन तक बना रहता है तो डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
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