Heavy rains in North Bengal:
कोलकाता,एजेंसियां। उत्तर बंगाल में बीते दिनों हुई भारी बारिश और लगातार बाढ़ तथा भूस्खलन से व्यापक तबाही मची है। जलपाईगुड़ी जिले के नागरकाटा क्षेत्र का दौरा करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि यह आपदा भूटान से बहकर आए पानी के कारण हुई। उन्होंने भूटान से मुआवजा मांगते हुए इंडो-भूटान जॉइंट रिवर कमीशन बनाने की आवश्यकता दोहराई। ममता ने राहत शिविरों का निरीक्षण किया और प्रभावित लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी।
सीएम ममता ने कहा
सीएम ममता ने कहा कि भूटान से बहकर आए पानी ने उत्तर बंगाल में भारी नुकसान किया है। बाढ़ और भूस्खलन के कारण कई जिलों में जान-माल का नुकसान हुआ। उन्होंने बताया कि 16 अक्टूबर को इस मामले पर एक बैठक होने जा रही है, जिसमें बंगाल सरकार के अधिकारी शामिल होंगे। इस दौरान केंद्र सरकार पर भी निशाना साधते हुए ममता ने कहा कि राज्य को आपदा राहत के लिए पर्याप्त मदद नहीं मिली।
भारी बारिश से प्रभावित इलाकों में आपदा का कहर विशेष रूप से दार्जिलिंग और आसपास के क्षेत्रों में देखा गया। अब तक इस आपदा में कम से कम 32 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, जबकि हजारों लोग बेघर हुए हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पांच अक्तूबर से चार दिनों तक प्रभावित इलाकों में रहकर राहत कार्यों की निगरानी की थी। अब वह शुक्रवार तक फिर से उत्तर बंगाल में रहकर हालात का जायजा लेंगी।
ममता ने कहा
ममता ने कहा कि इंडो-भूटान जॉइंट रिवर कमीशन बनने से दोनों देशों के बीच नदियों से जुड़ी समस्याओं का समाधान आसानी से किया जा सकेगा और भविष्य में ऐसी आपदाओं को नियंत्रित किया जा सकेगा। राज्य सरकार राहत और बचाव कार्यों को और तेज कर रही है और प्रभावित लोगों के लिए आवश्यक सहायता मुहैया कराई जा रही है।
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