मानसून की शुरुआत के साथ बरसाती बीमारियों के चपेट में लोग
रांची। मानसून की शुरुआत के साथ ही डेंगू और मलेरिया ने पांव पसार दिया है। अस्पतालों में वायरल फीवर और तेज ज्वर के मरीज बढ़ गये हैं।
सदर अस्पताल के ओपीडी में डेंगू-मलेरिया के लक्षण वाले रोगी पहुंचने लगे हैं। जांच के बाद रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद वायरल बीमारी की दवा दी जा रही है।
इस साल मलेरिया के आ चुके हैं 600 मामले
वर्ष डेंगू मलेरिया
2022 290 4180
2023 2578 5097
2024 76 600
रिम्स में मलेरिया के 13 मरीज भर्ती गैं। यहां 3 माह में डेंगू के 28 मामलों की पुष्टि हुई है।
बारिश के साथ एक बार फिर वायरल बीमारी का प्रकोप बढ़ रहा है।
वहीं, जिले में डेंगू-मलेरिया के केस बढ़ने शुरू हो गए हैं। रिम्स के मेडिसिन ओपीडी में शुक्रवार को 213 रोगी पहुंचे थे। इनमें आधा से ज्यादा वायरल बीमारी की समस्या से परेशान थे।
फिजिशियन डॉ. बी कुमार ने कहा कि इन दिनों मौसम में बदलाव होने के कारण स्वास्थ्य पर असर दिखाई दे रहा है।
अभी सबसे ज्यादा मरीज पाचन तंत्र की समस्या लेकर आ रहे हैं। बुखार-सर्दी के भी मरीज आ रहे हैं।
जांच के बाद कुछ रोगियों में डेंगू व मलेरिया की भी पुष्टि हो रही है। रिम्स रिकॉर्ड के अनुसार, अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड समेत विभिन्न मेडिसिन वार्ड में मलेरिया के करीब दो दर्जन संदिग्ध भर्ती हैं।
13 संक्रमित का इलाज चल रहा है। वहीं, 15 मरीजों में डेंगू के लक्षण पाए गए हैं। इनमें सिर्फ 3 ही इलाजरत हैं।
राज्य के आंकड़ों के अनुसार, बीते तीन माह में डेंगू के सबसे ज्यादा केस रांची में मिले हैं। रांची में कुल 656 संदिग्धों के सैंपल की जांच की गई।
इसमें 28 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। रांची के बाद सबसे अधिक डेंगू के 9 संक्रमित पूर्वी सिंहभूम में मिले हैं।
गिरिडीह में 8, गढ़वा, हजारीबाग व पलामू में 4, धनबाद में 3 समेत अन्य जिलों में संक्रमित मिले हैं।
15 से शुरू होगी डोर-टू-डोर सर्विलांस
वेक्टर एंड बोर्न डिजीज के स्टेट प्रोग्राम ऑफिसर डॉ. बीरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया को लेकर सर्विलांस शुरू कर दी गई है।
नगर निगम के साथ मिलकर फॉगिंग भी शुरू की गई है। 15 जुलाई से राज्य भर में डोर-टू-डोर सर्विलांस शुरू होगा।
शहरी क्षेत्र के हाई प्रायोरिटी एरिया (जहां से अधिक केस की पुष्टि होती है) की जांच की जाएगी। राज्य भर में 300 से ज्यादा सर्विलांस ऑफिसर को प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
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