Breast cancer:
रांची। कैंसर से होनेवाली मौतों में ब्रेस्ट कैंसर सबसे बड़े कारणों में से एक है। हेल्थ एक्सपर्ट की मानें, तो स्तन कैंसर पूरी तरह से ठीक होने के बाद दोबारा फिर लौट सकता है। पुरुषों और महिलाओं दोनों को स्तन कैंसर हो सकता है। हालांकि, बढ़ती जागरूकता के साथ समय रहते ब्रेस्ट कैंसर की पहचान करना सम्भव है। ऐसे में ब्रेस्ट कैंसर से होनेवाली मौतों में भी कमी आयी है। लेकिन, जो चीज इसे सबसे ज्यादा खतरनाक बनाती है, वह इसके पूरी तरह से ठीक होने के बाद दोबारा शरीर में लौटना।
Breast cancer: पहचान होती है मुश्किलः
ब्रेस्ट कैंसर पूरी तरह से ठीक होने के बाद शरीर में कहीं भी दोबारा लौट सकता है। वहीं, दोबारा इसकी पहचान करना बेहद मुश्किल होता है। इसलिए जरूरी है कि कैंसर के पूरी तरह से ठीक होने के बाद भी मरीज लगातार शरीर पर नजर रखें और किसी भी तरह के बदलाव के प्रति सजग रहें।
Breast cancer: दोबारा हो सकता है स्तन कैंसरः
कैंसर का स्तन में ही दुबारा लौटना सबसे आम बात है। बता दें कि इलाज के दौरान ब्रेस्ट के प्रभावित हिस्से को काट कर अलग कर दिया जाता है। वहीं, बाद में बचे हुए हिस्से में कैंसर दोबारा दस्तक देता है। इसलिए स्तन की स्किन में बदलाव होने, उभार आने और लाल धब्बों के आने पर आपको सतर्क हो जाना चाहिए।
ब्रेस्ट कैंसर के लौटने का दूसरा किस्म स्तनों के आस-पास जैसे कि गर्दन या बगलों में यह पनप सकता है। इसलिए कॉलरबोन, गर्दन और बगलों में होनेवाले बदलावों पर लगातार नजर बनाये रखनी चाहिए।
शरीर के किसी अन्य हिस्से में कैंसर का पनपना तीसरा किस्म है। ब्रेस्ट कैंसर पूरी तरह से ठीक हो जाने के बाद बलगम का बढ़ना, भूख न लगना और अचानक से वजन कम होने आदि के लक्षण नजर आने पर बिना देर किये डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
Breast cancer: हमेशा सतर्क रहेः
एक बार पूरी तरह ठीक हो जाने के बाद भी स्तन कैंसर के खिलाफ़ ज़ंग खत्म नहीं हो जाती है। मरीज़ को हमेशा शरीर में होनेवाले किसी भी बदलाव के प्रति सजग रहना चाहिए और समय रहते डॉक्टर के पास जाना चाहिए। चाहे पहली बार होनेवाला स्तन कैंसर हो या फिर सफल इलाज़ के बाद इसका दुबारा लौटना हो, दोनों ही सूरत में सबसे महत्त्वपूर्ण होता है समय रहते इसकी पहचान कर इलाज़ शुरू करना। इसी से कैंसर को न केवल हराया जा सकता है, बल्कि स्वस्थ जीवन भी जिया जा सकता है।
Breast cancer: लाइफस्टाइल में करें बदलावः
ऐसे में एक सवाल मन में उठता है कि ब्रेस्ट कैंसर को दोबारा लौटने से कैसे रोका जा सकता है। …तो, बता दें, लाइफस्टाइल और खानपान में संतुलन और अनुशासन के जरिये इसके लौटने की सम्भावना को कम किया जा सकता है। ब्रेस्ट कैंसर पूरी तरह से ठीक हो जाने के बाद लोगों को लगता है कि अब परेशानी वाली बात नहीं है और वह लापरवाही करने लगते हैं। लापरवाही करने से खतरा दोबारा पनपने लगता है। इसलिए आवश्यक है कि स्वस्थ होने के बाद भी संतुलित और अनुशासित जीवन जीना चाहिए।
तनाव या स्ट्रेस को कम करने के लिए काम और नींद के बीच आराम करने के लिए उचित समय रखें। वहीं, डेली रूटीन में योग और एक्सरसाइज को शामिल करें। ताकि आपका शरीर किसी भी तरह के खतरे से लड़ने के लिए तैयार रहे। इसके साथ ही अधिक तेल-मसाले वाले खाने और फास्ट फूड का सेवन न करें। मीट-मछली आदि को अच्छी तरह से पक जाने के बाद ही लेना चाहिए। अपनी डाइट में हरी सब्जियां, संतुलित पोषक आहार और फल आदि को शामिल करना चाहिए। इसके साथ ही शरीर में होनेवाले बदलावों की सही वक्त पर पहचान करनी चाहिए। अच्छी लाइफस्टाइल को अपना कर ब्रेस्ट कैंसर को दोबारा लौटने से रोका जा सकता है।
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