Health Tips:
आजकल चीनी का सेवन सीमित करने के लिए लोग बड़ी संख्या में आर्टिफिशियल स्वीटनर का इस्तेमाल कर रहे हैं। ये कृत्रिम मिठास वाले पदार्थ खाद्य उत्पादों में मिठास बनाए रखने के लिए प्रयोग किए जाते हैं, ताकि कैलोरी की मात्रा कम हो और स्वाद भी बना रहे। हालांकि हालिया शोध और विशेषज्ञों की राय से संकेत मिलता है कि ये स्वीटनर भी पूरी तरह से सुरक्षित नहीं हैं।
Health Tips: क्या कहते है स्वास्थ्य विशेषज्ञ आर्टिफिशियल स्वीटनर को लेकर
स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं कि आर्टिफिशियल स्वीटनर जीभ पर मौजूद स्वीट रिसेप्टर्स को उत्तेजित करते हैं, जिससे दिमाग को लगता है कि शरीर में चीनी पहुंची है। इसके जवाब में शरीर ऊर्जा पैदा करने की प्रक्रिया शुरू करता है, जिससे भूख बढ़ने लगती है। लगातार इस्तेमाल से यह आदत बन सकती है और वजन बढ़ने की आशंका बढ़ जाती है।
एक अध्ययन के अनुसार, जो लोग नियमित रूप से आर्टिफिशियल स्वीटनर का अधिक सेवन करते हैं, उनमें मोटापे की संभावना 70% तक अधिक हो सकती है। स्वीटनर से हाइपोथैलेमस (दिमाग का भूख नियंत्रक हिस्सा) में रक्त प्रवाह भी बढ़ता है, जिससे भूख और भोजन की इच्छा तेज हो सकती है।
Health Tips: चीनी का बेहतर विकल्प
विशेषज्ञ मानते हैं कि आर्टिफिशियल स्वीटनर को चीनी का बेहतर विकल्प तो माना जा सकता है, लेकिन इसे पूरी तरह स्वस्थ विकल्प कहना अभी जल्दबाजी होगी। चीनी के हानिकारक प्रभाव अधिक साबित हो चुके हैं, इसलिए फिलहाल इसे कम करना ही सबसे बेहतर उपाय है, लेकिन स्वीटनर का सीमित और समझदारी से किया गया उपयोग ही फायदेमंद हो सकता है।
बताते हैं कि आर्टिफिशियल स्वीटनर जीभ पर मौजूद स्वीट रिसेप्टर्स को उत्तेजित करते हैं, जिससे दिमाग को लगता है कि शरीर में चीनी पहुंची है। इसके जवाब में शरीर ऊर्जा पैदा करने की प्रक्रिया शुरू करता है, जिससे भूख बढ़ने लगती है। लगातार इस्तेमाल से यह आदत बन सकती है और वजन बढ़ने की आशंका बढ़ जाती है।
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