Health Tips:
नई दिल्ली, एजेंसियां। माइग्रेन सिर्फ सामान्य सिरदर्द नहीं, बल्कि एक गंभीर न्यूरोलॉजिकल स्थिति है, जो तेज दर्द, मतली, उल्टी और रोशनी-आवाज़ के प्रति संवेदनशीलता जैसे लक्षणों के साथ आती है। भारत में बड़ी संख्या में लोग इस समस्या से पीड़ित हैं, विशेष रूप से महिलाएं। विशेषज्ञों के अनुसार माइग्रेन को ट्रिगर करने वाले कारणों में हमारी दिनचर्या की कुछ गलत आदतें अहम भूमिका निभाती हैं।
Health Tips: अनियमित नींद:
नींद की कमी या अधिक नींद से तनाव हार्मोन कोर्टिसोल का स्तर बढ़ता है, जो माइग्रेन का कारण बन सकता है। देर रात तक स्क्रीन पर समय बिताना और सोने-जागने का तय समय न होना भी मस्तिष्क को प्रभावित करता है।
Health Tips: असंतुलित आहार और डिहाइड्रेशन:
समय पर भोजन न करना, कैफीन, चॉकलेट, प्रोसेस्ड फूड और अधिक चीनी का सेवन माइग्रेन को बढ़ा सकता है। साथ ही, पर्याप्त पानी न पीना भी दिमाग पर असर डालता है।
Health Tips: मानसिक तनाव:
कामकाज, पारिवारिक तनाव और भावनात्मक अस्थिरता माइग्रेन को तेजी से ट्रिगर करते हैं। ध्यान, योग और गहरी सांस लेना जैसे उपाय तनाव कम करने में मदद करते हैं।
Health Tips: अनुचित जीवनशैली:
ज्यादा देर तक स्क्रीन पर काम करना, तेज रोशनी, तेज गंध और ऊंची आवाजें भी माइग्रेन को ट्रिगर कर सकती हैं। गलत मुद्रा में बैठना और व्यायाम की कमी से मांसपेशियों में तनाव बढ़ता है।
विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि माइग्रेन से बचने के लिए नियमित नींद, संतुलित आहार, हाइड्रेशन, तनाव प्रबंधन और हेल्दी लाइफस्टाइल को अपनाना बेहद जरूरी है। अगर लक्षण गंभीर हों तो डॉक्टर से संपर्क करें।
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