नई दिल्ली, एजेंसियां। बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर नाना पाटेकर से जुड़ी अनेक किस्से और कहानियां हमें मालूम हैं। लेकिन आज हम एक ऐसे किस्से की बात करने जा रहे हैं, जिसे पढ़कर आपकी आखें भी नम हो जाएंगी। नाना का ये किस्सा बॉलीवुड के मशहूर फिल्ममेकर्स सूरज बड़जात्या से जुड़ा है।
सूरज बड़जात्या फैमिली फिल्मों के लिए जाने जाते हैं और बॉलीवुड में उन्होंने एक शानदार डायरेक्टर के तौर पर अपनी पहचान बनाई है। हाल ही में नाना पाटेकर ने सूरज बड़जात्या के साथ काम करने का एक्सपीरियंस शेयर किया।
दिग्गज एक्टर ने बताया कि एक बार सूरज बड़जात्या ने फिल्म सेट पर उनके जूते उठाए थे, हालांकि, नाना पाटेकर ने उन्हें ऐसा करने से मना किया था, लेकिन सूरज ने कहा कि यह मेरा काम है।
एक इंटरव्यू में नाना पाटेकर ने ‘प्रतिघात’ फिल्म की शूटिंग के दौरान एक किस्सा याद किया। फिल्म का डायरेक्शन एन चंद्रा ने किया था और सूरज बड़जात्या असिस्टेंट डायरेक्टर थे।
नाना पाटेकर ने बताया, ‘एक दिन सूरज मेरे लिए जूते लेकर आए थे। मैंने कहा कि ऐसा मत करो, यार। मैं अपने जूते खुद ले सकता हूं। उन्होंने हाथ जोड़कर कहा कि नहीं, सर। मैंने बोला कि सूरज आप इस एम्पायर (राजश्री प्रोडक्शन) के मालिक हैं, ऐसा मत करो। उन्होंने जवाब दिया कि मैं असिस्टेंट हूं, यह मेरा काम है।’
जब सूरज की सादगी को देख हैरान हुए नाना पाटेकर
नाना पाटेकर ने बताया कि कई सालों बाद उनकी सूरज बड़जात्या से फिर मुलाकात हुई और उन्हें देखकर हैरान रह गए कि वह अब भी वैसे ही हैं। उन्होंने कहा, ‘कई सालों बाद हम किसी फंक्शन में मिले। उन्होंने जैसे ही मुझे आते हुए देखा तो अपने हाथ जोड़ लिए। मैं हैरान था कि उनमें बिल्कुल भी बदलाव नहीं आया। उनमें आज भी वही सादगी है। वह अपनी अच्छाई का दिखावा नहीं करते हैं, वह वास्तव में वैसे ही हैं। इसलिए जब भी मैं उनसे मिलता हूं, मुझे अच्छा लगता है।’
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