नई दिल्ली, एजेंसियां। सैमसंग और एपल के बीच स्मार्टफोन तकनीक की जंग हमेशा से ही चर्चा का विषय रही है। दोनों ही कंपनियां अपने-अपने ऑपरेटिंग सिस्टम और फीचर्स के साथ ग्राहकों को आकर्षित करती हैं, लेकिन कुछ ऐसे महत्वपूर्ण पहलू हैं जहां सैमसंग ने एपल को पीछे छोड़ दिया है। आइए जानते हैं उन पांच मुख्य कारणों के बारे में जहां सैमसंग ने एपल को मात दी है।
डिस्प्ले तकनीक
सैमसंग के OLED डिस्प्ले की गुणवत्ता और प्रदर्शन एपल से कहीं बेहतर है। सैमसंग के डिस्प्ले पैनल्स आईफोन में भी इस्तेमाल होते हैं, और रेजॉल्यूशन तथा ब्राइटनेस में भी सैमसंग का प्रदर्शन एपल के मुकाबले कहीं ऊपर है।
कस्टमाइजेशन ऑप्शंस
सैमसंग स्मार्टफोन में यूजर्स को कस्टमाइजेशन के बहुत सारे विकल्प मिलते हैं। एपल के iOS की तुलना में सैमसंग यूजर्स को अपनी पसंद से आइकन, डिस्प्ले सेटिंग्स और ऐप्स को कस्टमाइज करने की पूरी स्वतंत्रता देता है, जिससे यूजर्स को ज्यादा कंट्रोल मिलता है।
हार्डवेयर और इनोवेशन
सैमसंग ने फोल्डेबल स्मार्टफोन जैसे इनोवेटिव डिजाइनों के साथ तकनीक में नया मोड़ दिया है, जबकि एपल अब तक इस क्षेत्र में कुछ नया पेश करने में पीछे रहा है। सैमसंग का यह कदम न केवल तकनीकी दृष्टिकोण से बल्कि मार्केट में अपनी अलग पहचान बनाने में भी सफल रहा है।
बैटरी और चार्जिंग स्पीड
सैमसंग के स्मार्टफोन्स में बेहतर बैटरी क्षमता और तेज चार्जिंग स्पीड है। सैमसंग के फ्लैगशिप मॉडल्स में 5000mAh बैटरी और 45W फास्ट चार्जिंग सपोर्ट मिलता है, जबकि एपल के आईफोन 16 प्रो में यह आंकड़े कम हैं, जो सैमसंग को इस क्षेत्र में आगे रखता है।
फ्लेक्सिबल इकोसिस्टम
सैमसंग का इकोसिस्टम एपल के मुकाबले ज्यादा लचीला है। सैमसंग के स्मार्टवॉच और अन्य डिवाइस अन्य एंड्रॉयड फोन और आईफोन दोनों के साथ काम कर सकते हैं, जबकि एपल का इकोसिस्टम बंदिशों से भरा हुआ है, जो यूजर्स को केवल एपल के उत्पादों के साथ ही काम करने की मजबूरी देता है।
इन पहलुओं से साफ है कि सैमसंग ने कुछ क्षेत्रों में एपल से बेहतर प्रदर्शन किया है और टेक्नोलॉजी की जंग में उसे जबरदस्त चुनौती दी है।
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