Hanuman Janmotsav:
नई दिल्ली, एजेंसियां। हनुमान चालीसा का पाठ एक ऐसी आध्यात्मिक साधना है, जो जीवन की समस्याओं को हल करने और मनोकामनाओं की पूर्ति करने में कारगर मानी जाती है।
लेकिन अक्सर देखा जाता है कि लोग हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं, फिर भी उन्हें वह लाभ नहीं मिलता जिसकी उन्होंने अपेक्षा की थी। इसका सबसे बड़ा कारण है, इस पाठ को विधिपूर्वक और नियमों के साथ न करना।
Hanuman Janmotsav: हनुमान चालीसा पाठ की विधि:
मन को शांत और एकाग्र रखें: पाठ करने से पहले यह जरूरी है कि आपका मन पूरी तरह शांत और एकाग्र हो। पाठ के आरंभ से पहले हनुमान जी और श्रीराम का ध्यान करें और उनकी मूर्ति या चित्र को साफ जगह पर स्थापित करें। साथ ही, तांबे या पीतल के पात्र में स्वच्छ जल भरकर रखें, जो पाठ के बाद प्रसाद के रूप में ग्रहण किया जाता है।
पाठ की संख्या: हनुमान चालीसा का जाप कम से कम तीन बार करें। यदि संभव हो तो इसे 108 बार भी करें। लगातार एक ही समय पर पाठ करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है, इसलिए ध्यान से और पूरी श्रद्धा से पाठ करें।
स्वच्छता का ध्यान रखें: हनुमान चालीसा का पाठ करने से पहले स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें। पूजा के समय दीपक और धूप जलाना जरूरी है। साथ ही, पाठ के दौरान स्थान की पवित्रता बनाए रखें और लाल रंग के आसन पर बैठें।
किस दिन करें पाठ: श्री हनुमान चालीसा का पाठ मंगलवार या शनिवार को करना सबसे अच्छा होता है, क्योंकि ये दिन हनुमान जी से संबंधित माने जाते हैं। हनुमान जी की मूर्ति पर लाल सिंदूर अर्पित करना न भूलें, यह उन्हें विशेष प्रिय है।
Hanuman Janmotsav: सावधानियां:
पाठ से पहले मांस, मछली या मदिरा का सेवन न करें, क्योंकि यह पाठ के प्रभाव को कम कर सकता है।
यात्रा के दौरान भी आप हनुमान चालीसा का पाठ श्रद्धा भाव से कर सकते हैं, चाहे वह सोने से पहले हो या किसी विशेष आवश्यकता के समय।
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