HAM chief Jitan Ram Manjhi:
पटना, एजेंसियां। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में सीट बंटवारे को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। इस बीच हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) के प्रमुख और NDA के घटक दल जीतन राम मांझी ने साफ किया कि उनकी पार्टी दबाव की राजनीति नहीं करती और सभी फैसले सहमति से ही लिए जाएंगे।
HAM chief Jitan Ram Manjhi: मांझी ने कहा:
पटना में मीडिया से बातचीत में मांझी ने कहा कि NDA एक परिवार की तरह है, जिसमें हर दल की बात सुनी जाती है और अंतिम फैसला केंद्रीय नेतृत्व द्वारा किया जाएगा। उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से अन्य सहयोगी दलों को संदेश दिया कि गठबंधन में संतुलन बनाए रखना जरूरी है। मांझी ने बताया कि NDA में 8 सीटों का फार्मूला तय हो चुका है और HAM इस बार 8 सीटों पर जीत दर्ज करने का लक्ष्य रखती है। 2020 में HAM को 7 सीटें मिली थीं, जिनमें 4 पर जीत हुई थी।
HAM की प्राथमिकता राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त करना भी है। चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार, इसके लिए पार्टी को कम से कम 6 सीटें जीतनी होंगी। मांझी ने बताया कि HAM का आधार महादलित और पिछड़े वर्गों में मजबूत है और जिम्मेदारी बढ़ने पर यह NDA की जीत में बड़ा योगदान दे सकती है।सीट शेयरिंग पर अंतिम निर्णय NDA की औपचारिक बैठक में लिया जाएगा। सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में बीजेपी और JDU को लगभग समान (100-102) सीटें मिल सकती हैं, जबकि छोटे दलों के लिए लगभग 40 सीटें छोड़ी जाएंगी।
HAM chief Jitan Ram Manjhi: मांझी ने कार्यकर्ताओं को दिलाया भरोसा
मांझी ने कार्यकर्ताओं को भी चुनावी तैयारियों में जुट जाने का संदेश दिया और भरोसा जताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार NDA को मजबूत नेतृत्व प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि NDA की जीत सभी सहयोगी दलों की साझा जीत होगी।
इस बयान से गठबंधन में संतुलन और सहयोगी दलों में तालमेल बनाए रखने का संदेश गया है, जो बिहार चुनाव में NDA की रणनीति के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
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