नई दिल्ली,एजेंसिया। भारत में भी H3N2 इन्फ्लुएंजा वायरस ने चिंता बढ़ा दी है। देश में इससे अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है। मरनेवालों में एक कर्नाटक का तो दूसरा हरियाणा का का व्यक्ति है। दोनों को ही ब्लड प्रेशर की बीमारी थी।
देशभर में अब तक कुल 3084 केस सामने आए हैं। इधर कुछ लोग दस मौत का दावा कर रहे हैं। इसे देखते हुए शनिवार को नीति आयोग की बैठक बुलाई गई है।
केंद्र सरकार ने जारी की एडवाइजरी
इससे पहले शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने H3N2 इन्फ्लुएंजा वायरस के बढ़ते मामलों की समीक्षा की।
इस दौरान उन्होंने राज्यों को अलर्ट रहने को कहा। इसकी निगरानी के लिए एडवाइजरी भी जारी की गयी है।
हल्के में न लें सर्दी, खांसी और बुखार को
ICMR में महामारी विज्ञान की प्रमुख डॉ निवेदिता के मुताबिक 15 दिसंबर से अब तक 30 वीआरडीएलएस के डाटा ने इंफ्लूएंजा H3N2 के मामलों की संख्या में तेजी रिकॉर्ड की है।
ICMR के मुताबिक अस्पताल में भर्ती H3N2 मरीजों में 92 फ़ीसदी मरीजों में बुखार, 86 फ़ीसदी मरीजों को खांसी, 27 फ़ीसदी को सांस फूलना और 16 फ़ीसदी में घबराहट की समस्या देखी गई।
इसके अलावा 16 फ़ीसदी रोगियों को निमोनिया था और 6 फ़ीसदी लोगों को दौरे पड़ते थे। आईसीएमआर के मुताबिक H3N2 वायरस से पीड़ित रोगी में से लगभग 10 फ़ीसदी रोगियों को ऑक्सीजन की जरूरत होती है और 7 फ़ीसदी को आईसीयू में देखभाल की जरूरत होती है।
बचाव के उपाय
- नियमित रूप से हाथ धोयें
- सार्वजनिक जगह पर थूकने से बचें
- किसी से हाथ न मिलायें
- आंख और नाक को छूने से बचें
- खांसते समय मुंह पर और नाक को कवर कर लें
- घर से बाहर निकलते वक्त मास्क का लगाना जरूरी है
- प्रदूषण वाली जगहों पर जाने से बचें
- तरल पदार्थों का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें
- बॉडी पेन या बुखार होने पर पेरासिटामोल लें
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