सिल्ली (रांची): सिल्ली राधा माधव आश्रम (बाउलडेरा) परिसर में इस्कॉन अनुमोदित हरे कृष्ण नामहट्ट संघ सिल्ली के तत्वावधान में गुरु पुर्णिमा उत्सव का दो दिनी आयोजन सोमवार को संपन्न हो गया।
कार्यक्रम के पुर्व नगर कीर्तन का आयोजन किया गया जिसमें सैकड़ों लोग शामिल हुए। आयोजन स्थल पर देर शाम रांची से आये इस्कॉन के वरिष्ठ भक्त गोविंद प्रभु ने भागवत कथा का वाचन करते हुए कलयुग में संकीर्तन की महिमा पर प्रकाश डाले और लोगों को हरिनाम की जप करने का आह्वान किया।
वहीं श्री मायापुर धाम के झारखंड पुरुलिया बांकुड़ा इस्कॉन नामहट्ट प्रचारक श्रीवास चरणदास ब्रह्मचारी प्रभु ने जीवन में गुरु की महिमा विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि दास की भांति गुरु की सेवा करनी चाहिए। स्वरुप सिद्ध गुरु की प्रसन्नता ही आध्यात्मिक जीवन की प्रगति है।
जिज्ञासा और विनीत भाव के मेल से आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त होता है। बिना विनीत भाव तथा सेवा के विद्वान गुरु से की गई जिज्ञासाएं प्रभावपूर्ण नहीं होंगी। शिष्य को गुरु-परीक्षा में उत्तीर्ण होना चाहिए और जब गुरु शिष्य में वास्तविक इच्छा देखता है तो स्वत: ही शिष्य को आध्यात्मिक ज्ञान का आशीर्वाद देता है।
उत्सव के दौरान आरती,भजन एवं कीर्तन का आयोजन किया गया। महाप्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।
कार्यक्रम को सफल आयोजन में बल्लभ निताई दास (बुद्धदेव कुशवाहा) समदर्शी श्याम दास, रितेश , धनंजय, वासुदेव दास, अमित प्रभु, केशव, देवदुती, तनु समेत स्थानीय महिला पुरूषों का सराहनीय योगदान रहा।
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