Govardhan Puja 2025:
नई दिल्ली, एजेंसियां। इस साल गोवर्धन पूजा 22 अक्टूबर, 2025, बुधवार को मनाई जाएगी। यह पर्व प्रकृति के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने और भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति दिखाने का दिन है। आम तौर पर यह पूजा दिवाली के अगले दिन होती है, लेकिन इस बार अमावस्या की तिथि दो दिन होने के कारण बुधवार को होगी। इसे अन्नकूट पर्व भी कहा जाता है, क्योंकि भगवान कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत की पूजा कर अपने गाँव की रक्षा की थी।
गोवर्धन पूजा 2025 – मुख्य सामग्री
गोबर – गोवर्धन पर्वत का आकार बनाने के लिए
मिट्टी का दीया – दीप जलाने के लिए
घी – दीयों और हवन के लिए
बाती या रुई – दीपक के लिए
गंगाजल या साफ पानी – पूजा में छिड़कने और आचमन के लिए
आम के पत्ते – कलश सजाने के लिए
नारियल और सुपारी – कलश और भोग के लिए
सिक्के/मुद्रा – लक्ष्मी का प्रतीक
अन्नकूट एवं भोग सामग्री
कच्चा चावल, गेहूं
दूध, दही, घी
गुड़, मिश्री
फल – केला, सेब, अनार
सूखे मेवे – काजू, बादाम, किशमिश
मिठाइयां – लड्डू, पेड़ा, खीर आदि
अन्य पूजन सामग्री
लाल कपड़ा – पूजा स्थल पर बिछाने के लिए
पंचामृत – दूध, दही, घी, शहद, शक्कर का मिश्रण
कपूर – आरती के लिए
अगरबत्ती या धूपबत्ती
गेंदे के फूल, पुष्पमाला, तुलसी के पत्ते
रोली, हल्दी, चावल (अक्षत), पान के पत्ते और लौंग
गाय के लिए चारा

गोवर्धन पूजा की मुख्य आवश्यकताएं
गोबर, मिट्टी के दीये, घी, बाती, गंगाजल, कलश, सुपारी, सिक्के, फूल, तुलसी पत्र, कपूर, धूप, मिठाई, फल, चावल, गुड़, दूध, दही, पान, लौंग, लाल कपड़ा और गाय के लिए चारा ये सभी चीजें गोवर्धन पूजा को पूरी तरह से करने के लिए जरूरी होती हैं।
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