Gorkha Regiment:
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर अभियान शुरू किया। इसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध वाले हालात उत्पन्न हो गये हैं। जब बात युद्ध की हो, तो गोरखा रेजिमेंट का नाम न आये, यह हो ही नहीं सकता आपने भी गोरखा रेजिमेंट या गोरखा सैनिकों का नाम तो सुना ही होगा, लेकिन क्या आपको पता है ये गोरखा रेजिमेंट आखिर है क्या ? तो चलिए बताते हैं कि ये गोरखा रेजिमेंट है क्या ? गोरखा रेजीमेंट भारतीय सेना का एक खास और सम्मानित हिस्सा है। इसमें वैसे सैनिक शामिल होते हैं, जो नेपाल के गोरखा क्षेत्र से आते हैं। यह भारत के अन्य बिहार रेजिमेंट, पंजाब रेजिमेट की तरह ही एक सैनिक ईकाई है। पर यह अपनी साहस और वीरता के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है।
Gorkha Regiment:
गोरखा सैनिकों का इतिहास बहुत पुराना है। जब ब्रिटिश सेना ने नेपाल के साथ युद्ध किया था, तब उन्हें गोरखा सैनिकों की बहादुरी का अहसास हुआ। इसके बाद, ब्रिटिश सेना ने गोरखा सैनिकों को अपनी सेना में भर्ती किया। भारत की आज़ादी के बाद, गोरखा रेजीमेंट भारतीय सेना का हिस्सा बन गई। गोरखा सैनिकों की एक खासियत है कि वे कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी लड़ सकते हैं। ये सैनिक अक्सर बर्फीली और पहाड़ी इलाकों में सबसे अच्छा प्रदर्शन करते हैं, जहां सामान्य सैनिकों के लिए युद्ध करना मुश्किल होता है। बता दें कि गोरखा सैनिकों ने भारतीय सेना के कई महत्वपूर्ण युद्धों में भाग लिया है।
1947 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में गोरखा सैनिकों ने बहादुरी से पाकिस्तानी सैनिकों का सामना किया। इसके अलावा 1999 के कारगिल युद्ध में भी गोरखा रेजिमेंट ने बहुत साहस दिखाया और ऊंची पहाड़ियों की लड़ाई में बढ़ चढ़ कर साहस दिखाया। दरअसल गोरखा सैनिकों का प्रशिक्षण बहुत कठिन होता है। उन्हें न केवल शारीरिक रूप से मजबूत बनना होता है, बल्कि मानसिक रूप से भी साहसी और शांत बनना होता है। इसके अलावा, गोरखा सैनिकों को खुकरी के साथ लड़ाई करने की कला सिखाई जाती है।
Gorkha Regiment:
यह एक पारंपरिक नेपाली चाकू है, जो उनकी पहचान है। गोरखा सैनिकों की खास बात है की वे अपने अनुशासन, साहस और जिम्मेदारी के लिए प्रसिद्ध होते हैं।
गोरखा रेजीमेंट न केवल एक सैन्य इकाई है, बल्कि यह वीरता, साहस, और सम्मान का प्रतीक है। गोरखा सैनिकों ने अपनी जिंदगी में कई कठिनाइयां झेलते हुए भारतीय सेना में अपने योगदान से सबको प्रभावित किया है। उनकी वीरता और कड़ी मेहनत हर भारतीय के लिए प्रेरणा है।
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