Gorakhpur wonder:
लखनऊ, एजेंसियां। गोरखपुर शहर, जो कभी बारिश के बाद जलभराव के लिए बदनाम था, अब स्मार्ट अर्बन फ्लड मैनेजमेंट सिस्टम के कारण पूरे देश के लिए मिसाल बन गया है। उत्तर प्रदेश सरकार और गोरखपुर नगर निगम के संयुक्त प्रयासों से यहां देश का पहला फुली ऑपरेशनल अर्बन फ्लड मैनेजमेंट सेंटर (UFMC) स्थापित किया गया है। करीब ₹20 करोड़ की लागत से तैयार इस प्रणाली में ऑटोमैटिक पंपिंग सिस्टम, रियल टाइम मॉनिटरिंग, वॉटर लेवल सेंसर, जीपीएस टैग्ड ड्रेनेज, और रेन गेज सिस्टम जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं शामिल हैं।
गौरव सिंह सोगरवाल ने बताया Gorakhpur wonder:
गोरखपुर नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने बताया कि शहर की भौगोलिक बनावट कटोरे जैसी है, जिसके कारण पानी रुकता है। लेकिन अब सिस्टम 100 मिमी तक की बारिश को संभालने में सक्षम है। पहले जहां दो घंटे तक पानी भर जाता था, अब वही पानी 15-60 मिनट में निकाल दिया जाता है। शहर में 28 हॉटस्पॉट और 85 जलभराव प्वाइंट चिन्हित कर समाधान तैयार किया गया है।
हाल ही में राष्ट्रपति के दौरे के दौरान 90 मिमी बारिश के बावजूद कहीं जलभराव नहीं हुआ, जो इस सिस्टम की सफलता का सबूत है। हर 4 किमी पर लगाए गए रेन गेज हर 15 मिनट पर हाइपर लोकल डेटा भेजते हैं, जिससे पूर्वानुमान और रिस्पॉन्स दोनों सटीक हो जाते हैं।
डॉ. सौम्या श्रीवास्तव और डॉ. वेंकटेश दत्ता
अर्बन फ्लड मैनेजमेंट सेंटर की प्रभारी डॉ. सौम्या श्रीवास्तव और पर्यावरण वैज्ञानिक डॉ. वेंकटेश दत्ता ने इसे देशभर के लिए मॉडल बताया है। महापौर मंगलेश श्रीवास्तव ने बताया कि चेन्नई और बेंगलुरु जाकर वहां की प्रणाली से सीखकर इसका बेहतर संस्करण गोरखपुर में लागू किया गया। अब गोरखपुर जलभराव के लिए नहीं, स्मार्ट समाधान के लिए जाना जा रहा है।
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