Gautam Gambhir:
नई दिल्ली, एजेंसियां। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने टीम इंडिया के तेज गेंदबाजों के लिए एक नया फिटनेस टेस्ट शुरू किया है, जिसे Bronco Test कहा जाता है। इस टेस्ट को पास करना अब तेज गेंदबाजों के लिए टीम में जगह बनाने के लिए जरूरी हो गया है। BCCI ने यह फैसला तेज गेंदबाजों की फिटनेस सुधारने और चोट से बचाने के लिए लिया है, खासकर इंग्लैंड दौरे पर तेज गेंदबाजों के चोटिल होने के बाद।
Bronco Test क्या है?
Bronco Test में खिलाड़ी को लगातार शटल दौड़ लगानी होती है, जिसमें 20 मीटर, 40 मीटर और 60 मीटर की दौड़ें शामिल होती हैं। कुल मिलाकर खिलाड़ी को बिना रुके पांच सेट यानी लगभग 1200 मीटर की दूरी तय करनी होती है। इसे 6 मिनट के अंदर पूरा करना जरूरी है। यह टेस्ट यो-यो टेस्ट से अलग है और इसे खासतौर पर तेज गेंदबाजों के लिए डिजाइन किया गया है।
क्यों लिया गया यह कदम?
इंग्लैंड दौरे पर तेज गेंदबाजों को अधिक चोटें आईं और अधिकांश गेंदबाज अपनी फिटनेस को लेकर चिंतित थे। खासकर जसप्रीत बुमराह केवल तीन टेस्ट मैच ही खेल पाए। मोहम्मद सिराज ही पांच मैच खेलने में सफल रहे। इसके बाद BCCI ने तेज गेंदबाजों की दौड़ने की क्षमता और सहनशक्ति बढ़ाने के लिए इस टेस्ट को अनिवार्य किया है।
एक्सपर्ट्स की राय
BCCI के स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग कोच एड्रियन ली रू ने इस टेस्ट का सुझाव दिया था। हेड कोच गौतम गंभीर ने इसे समर्थन दिया। उनका मानना है कि तेज गेंदबाजों को जिम में समय बिताने की बजाय मैदान में दौड़ना चाहिए ताकि उनकी फिटनेस बेहतर हो और वे लंबे समय तक बिना चोट के खेल सकें।
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