Navratri 2025:
नई दिल्ली, एजेंसियां। शारदीय नवरात्रि 2025 का पर्व 22 सितंबर, सोमवार से पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है। यह नौ दिवसीय त्योहार माता दुर्गा की पूजा-अर्चना और भजन-कीर्तन का अवसर है। लेकिन केवल पूजा करना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि कुछ पारंपरिक नियमों का पालन करना भी जरूरी माना जाता है, ताकि आराधना पूर्ण फलदायक और घर-संस्कार पवित्र बने। ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा के अनुसार, नवरात्रि में निम्नलिखित 7 नियमों का पालन करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
रोजाना तय समय पर पूजा करें: एक ही समय पर पूजा करने से मन और शरीर शुद्ध रहते हैं।
सात्विक भोजन करें: नवरात्रि में शुद्ध शाकाहारी भोजन करें, मांसाहार व नॉनवेज से बचें।
अखंड ज्योति जलती रहे: ज्योति को पूरे नवरात्रि जलाए रखना शुभ माना जाता है।
सही देवी को भोग अर्पित करें: प्रत्येक दिन की देवी के अनुसार भोग और फूल अर्पित करें।
कन्या पूजन करें: रोजाना एक कन्या या अष्टमी/नवमी को नौ कन्याओं का पूजन करें, सम्मानपूर्वक।
बाल और नाखून न काटें: नवरात्रि के दौरान बाल और नाखून नहीं काटने चाहिए; पूजा करते समय सिर ढकें।
कलश स्थापना के समय घर खाली न छोड़ें: कलश स्थापना के दौरान और पूरे नवरात्रि के समय घर में उपस्थित रहें।
ये नियम न केवल पूजा को सफल बनाते हैं, बल्कि घर, मन और शरीर को पवित्र बनाने में भी सहायक होते हैं। इन नियमों का पालन कर भक्त माता दुर्गा की विशेष कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
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