नई दिल्ली : पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह 33 साल बाद बुधवार को राज्यसभा से रिटायर हो गये।
1991 में पहली बार वे असम से राज्यसभा पहुंचे थे। छठी और आखिरी बार वे 2019 में राजस्थान से राज्यसभा सांसद बने।
आज उनके लंबे संसदीय करियर का अंत हो गया। खास बात है कि उनकी राजनीतिक पारी तब संपन्न हो रही है, जब कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी पहली बार राज्यसभा में पहुंच रही हैं।
सोनिया गांधी पहली बार राजस्थान से राज्यसभा में प्रवेश करेंगी। वहीं मनमोहन सिंह के साथ राज्यसभा के 54 सदस्यों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है।
इनमें से कुछ उच्च सदन में वापिस नहीं लौटेंगे। उनके रिटायरमेंट पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने लिखा कि मनमोहन सिंह ने समर्पण के साथ हमारे देश की सेवा की है।
बहुत कम लोगों ने देश और और कांग्रेस के लोगों के लिए आपके जितना काम किया है। खड़गे ने कहा, ‘अब आप सक्रिय राजनीति में नहीं होंगे, लेकिन आपकी आवाज जनता के लिए लगातार उठती रहेगी।
तीन दशकों से अधिक समय तक आपने सेवा की है। आपके रिटायरमेंट से एक युग का अंत हो गया है।’
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि देश आज जिस आर्थिक समृद्धि और स्थिरता का आनंद ले रहा है वह दिवंगत पीएम नरसिम्हा राव और सिंह द्वारा रखी गई नींव पर आधारित है।
मनमोहन सिंह साल 2004 से 2014 तक प्रधानमंत्री रहे हैं।
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