PM मोदी सहित कई नेताओं ने जताया शोक
बेंगलुरू, एजेंसियां। देश के पूर्व विदेश मंत्री, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल एसएम कृष्णा का मंगलवार को निधन हो गया। उन्होंने आज सुबह 2:45 बजे बेंगलुरु स्थित अपने घर पर अंतिम सांस ली। उनका पार्थिव शरीर आज मद्दुर ले जाया जाएगा।
बता दें कि एस एम कृष्णा का जन्म 1932 में हुआ था, जिनका पूरा नाम सोमनाहल्ली मल्लैया कृष्णा है। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू और प्रियांक खरगे सहित कई लोगों ने शोक जताया है।
पीएम मोदी ने कहाः
प्रधानमंत्री ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट साझा कर एसएम कृष्णा के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने लिखा है “एसएम कृष्णा एक उल्लेखनीय नेता थे, जिनकी प्रशंसा हर वर्ग के लोग करते थे। उन्होंने हमेशा दूसरों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए अथक प्रयास किया। उन्हें कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के लिए, विशेषकर बुनियादी ढांचे के विकास पर ध्यान केंद्रित करने के लिए याद किया जाता है। एसएम कृष्णा एक प्रखर पाठक और विचारक भी थे।”
एसएम कृष्णा का राजनीतिक सफरः
एसएम कृष्णा का राजनीतिक सफर 1960 के दशक में शुरू हुआ था। उन्होंने साल 1962 में मद्दुर विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जीत दर्ज की और विधानसभा पहुंचे थे। उस समय उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार को हराया था। इसके बाद 1968 में मांड्या लोकसभा सीट से उपचुनाव में जीत दर्ज कर कृष्णा ने कांग्रेस का दामन थामा। इससे पहले वो प्रजा सोशलिस्ट पार्टी में शामिल थे।
बता दें कि 1971 में उन्होंने लोकसभा चुनाव जीता। वे साल 1999 से 2004 कर्नाटक के मुख्यमंत्री रहे। इसके बाद साल 2004 से 2008 तक उन्होंने महाराष्ट्र के राज्यपाल के रूप में कार्य किया।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 22 मई 2009 को कृष्णा को केंद्रीय कैबिनेट में शामिल किया। इसके बाद उन्हें 23 मई 2009 को विदेश मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई। मार्च 2017 में एसएम कृष्णा कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए। साल 2023 में सरकार ने एसएम कृष्णा को पद्म विभूषण से सम्मानित किया था।
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