Dhanteras 2025:
नई दिल्ली, एजेंसियां। धनतेरस से ही पांच दिवसीय दिवाली पर्व की शुरुआत मानी जाती है। यह पर्व कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को आता है और इस दिन माता लक्ष्मी, भगवान कुबेर और यमराज की पूजा का विधान है। धार्मिक मान्यता है कि धनतेरस पर कुछ विशेष उपाय करने से धन की वृद्धि होती है और घर में समृद्धि बनी रहती है। आइए धनतेरस पर किए जाने वाले पांच प्रमुख उपाय
- कुबेर और लक्ष्मी पूजन
सूर्यास्त के बाद 13 दीपक जलाना शुभ माना जाता है। इसके बाद कुबेर देव और तिजोरी की पूजा करें। पूजा में चंदन, धूप, दीप, नैवेद्य, फल और फूल अर्पित करें। इस दौरान मंत्र का उच्चारण करें “यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धन-धान्य अधिपतये धन-धान्य समृद्धि मे देहि दापय दापय स्वाहा।”
इससे आर्थिक स्थिति मजबूत होती है और धन की वृद्धि होती है। - लौंग का जोड़ा अर्पित करें
धनतेरस से लेकर दीपावली तक प्रतिदिन माता लक्ष्मी को एक जोड़ा लौंग अर्पित करें। इससे आर्थिक तंगी दूर होती है और घर में धन-धान्य की वृद्धि होती है। - तिजोरी में मां लक्ष्मी की तस्वीर रखें
तिजोरी या गल्ले में माता लक्ष्मी की तस्वीर रखें, जिसमें वे कमल पर विराजमान होकर धन वर्षा करती दिख रही हों। इससे घर में समृद्धि और स्थायी सुख का वास होता है। - मुख्य द्वार पर हल्दी से शुभ प्रतीक बनाएं
हल्दी और चावल को पीसकर पेस्ट बनाएं और मुख्य द्वार पर ‘ॐ’ का चिन्ह बनाएं। यह प्रतीक माता लक्ष्मी के स्वागत का संकेत है और घर में सकारात्मक ऊर्जा, शांति और समृद्धि लाता है। - शंख से घर की शुद्धि करें
यदि घर में नकारात्मक ऊर्जा या धन प्राप्ति में बाधाएं हैं, तो पूजा से पहले और बाद में दक्षिणावर्ती शंख में स्वच्छ जल भरकर घर में छिड़काव करें। साथ ही चीनी, बताशा, खीर और चावल का दान करें। यह उपाय घर में मां लक्ष्मी के आगमन का मार्ग प्रशस्त करता है।
धनतेरस पर इन उपायों को अपनाने से न केवल आर्थिक स्थिति मजबूत होती है बल्कि घर में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है।
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