Jharkhand Girls Residential School:
लातेहार। लातेहार जिले के बरियातू प्रखंड स्थित झारखंड बालिका आवासीय विद्यालय में सोमवार की सुबह एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। विद्यालय के हॉस्टल में भीषण आग लग गई, जिससे हॉस्टल के कमरों में रखे बेड और अन्य फर्नीचर पूरी तरह जलकर राख हो गए। गनीमत यह रही कि जिस वक्त यह आग लगी, उस समय सभी छात्राएं अपनी नियमित पीटी (शारीरिक प्रशिक्षण) के लिए हॉस्टल से बाहर मैदान में थीं, जिससे किसी भी छात्रा को कोई नुकसान नहीं हुआ।
क्या है मामला
सुबह पूरा विद्यालय अपने नियमित शेड्यूल के अनुसार चल रहा था। सभी छात्राएं हॉस्टल के बाहर मैदान में पीटी कर रही थीं। इसी दौरान हॉस्टल के एक कमरे से अचानक धुआं निकलता हुआ दिखाई दिया। इस धुएं को देखकर विद्यालय के सुरक्षाकर्मी तुरंत हॉस्टल की ओर भागे। जब वे मौके पर पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि आग ने विकराल रूप ले लिया है और कमरे में रखे सामान धू-धू कर जल रहे हैं।
आग की भयावहता देखते हुए तुरंत आसपास के लोगों को सूचना दी गई। स्थानीय लोग और स्कूल स्टाफ तुरंत मौके पर पहुंचे और अपने स्तर पर आग बुझाने का प्रयास शुरू कर दिया। स्कूल की छात्राओं और सुरक्षाकर्मियों ने मिलकर चापाकल से बाल्टियों में पानी भरकर आग पर काबू पाने की भरपूर कोशिश की। घंटों की मशक्कत के बाद आखिरकार आग पर काबू पाया जा सका, लेकिन तब तक हॉस्टल में रखे सभी बेड, लकड़ी का फर्नीचर और अन्य निजी सामान पूरी तरह जल चुके थे।
आग का कारण:
घटना की जानकारी मिलते ही लातेहार के जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) प्रिंस कुमार तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और पूरी स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने विद्यालय प्रशासन, छात्राओं और सुरक्षाकर्मियों से बातचीत कर घटना के बारे में विस्तृत जानकारी ली। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हो रहा है कि आग लगने की मुख्य वजह शॉर्ट सर्किट है।
उन्होंने कहा कि हालांकि घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है, लेकिन इस मामले की विस्तृत जांच की जाएगी, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि जल्द ही हॉस्टल के जले हुए सामान की जगह नए बेड और फर्नीचर की व्यवस्था की जाएगी, ताकि छात्राओं को किसी तरह की असुविधा न हो।
सुरक्षा को लेकर भविष्य में सुधार:
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि यह घटना भविष्य में न हो, इसके लिए स्कूलों में सुरक्षा उपायों को और कड़ा किया जाएगा। इसके साथ ही, शॉर्ट सर्किट जैसी घटनाओं को रोकने के लिए विद्यालयों में नियमित बिजली उपकरणों की जांच और रखरखाव की व्यवस्था को मजबूत किया जाएगा।
यह हादसा विद्यालय प्रशासन के लिए एक चेतावनी है, ताकि वे छात्राओं की सुरक्षा और अन्य बुनियादी सुविधाओं पर ध्यान केंद्रित करें और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उचित कदम उठाएं।
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