चतरा । चतरा से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। घटना चतरा के कुंदा थाना क्षेत्र के उग्रवाद प्रभावित हिंदियाकला गांव की है।
यह गांव लंबे समय से उग्रवादियों से प्रभावित रहा है। बीते शनिवार को कुछ ऐसा हुआ जिसने पूरे गांव को शोक में डाल दिया।
दरअसल शनिवार की रात करीब 10:00 बजे हथियारबंद उग्रवादियों ने एक पिता और पुत्र की गोली मारकर निर्मम हत्या कर दी।
पिता का नाम बीफा उरांव बताया जा रहा है और पुत्र का नाम पंकज बिरहोर। दोनों पिता पुत्र नक्सलियों के कड़े विरोधी थे और उनका यही विरोध उनकी मृत्यु का कारण बना।
जानकारी के अनुसार, हथियारबंद उग्रवादियों का दस्ता घटना की रात गांव में पहुंचा और हवाई फायरिंग करने लगा।
भयभीत लोग घरों में दुबक गये। इसके बाद उग्रवादी बीफा उरांव के घर में घुस गये और पिता-पुत्र की जमकर पिटाई की।
नक्सली उनपर बार बार मुखबिरी करने का आरोप लगा रहे थे। अंत में नक्सलियों ने दोनों को गोली मार दी।
गांव से उग्रवादियों के जाने के बाद ग्रामीणों ने पुलिस को इस घटना की जानकारी दी। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी नितेश कुमार प्रसाद सदल बल घटनास्थल पर पहुंचे।
गांव में सन्नाटा पसरा था। पुलिस ने पिता-पुत्र के शवों को पोस्टमार्टम के लिए चतरा सदर अस्पताल भेज दिया है।
जानकारी के लिए बता दें कि दस मई 2024 को पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर हिंदियाकला गांव के गणेश गंझु के घर छापामारी की थी।
छापे मारी में एक-एक भराठी बंदूक, दो इंसास राइफल की 5.56 एमएम गोली, 9 एमएम पिस्टल की गोली और गन पॉउडर समेत अन्य हथियार बरामद किए गए थे।
उग्रवादियों का कहना था कि बीफा और पंकज ने ही पुलिस को इसकी सूचना दी थी, जिसके कारण उनके साथी गणेश व जितेंद्र के घर रखे हथियार छापामारी में पकड़े थे।
इसी के प्रतिशोध में उग्रवादियों ने इस घटना को अंजाम दिया है।
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