नयी दिल्ली, एजेंसियां : बड़ी संख्या में किसान बृहस्पतिवार को ‘किसान मजदूर महापंचायत’ के लिए राष्ट्रीय राजधानी के रामलीला मैदान में इकट्ठा हुए और उन्होंने केन्द्र की नीतियों के खिलाफ नारेबाजी की।
संयुक्त किसान मोर्चा ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानून सहित किसानों की कई मांगों को लेकर केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए नई दिल्ली के रामलीला मैदान में किसान महापंचायत का आयोजन किया है।
किसान महापंचायत में पहुंचेअधिकतर किसान BKU (उग्राहा) संगठन के थे। न सिर्फ 250 से अधिक वाहनों, बल्कि ट्रेन और बसों के माध्यम से भी कई किसान दिल्ली पहुंचे।
टिकरी बॉर्डर पर इसे देखते हुए अर्धसैनिक बलों के जवानों को भी तैनात किया गया था, लेकिन किसानों के साथ कोई रोकटोक नहीं की गई।
आंदोलन में न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी, बिजली बिल संशोधन की वापसी, लेबर कोड रद्द किए जाने, किसानों पर लगे मुकदमे खारिज करवाने, मनरेगा के काम 200 दिन मिलने और 600 रुपए प्रतिदिन दिहाड़ी किए जाने की मांग की गयी।
‘पगड़ी संभाल जट्टा संघर्ष समिति’ के कई सदस्य तो एक सप्ताह पहले से ही दिल्ली पहुंचे हुए थे। अग्रोहा से निकलने के बाद लांधड़ी टोल प्लाजा पर उन्हें रोक लिया गया था, लेकिन उनमें से कई दिल्ली पहुँचने में कामयाब रहे।
जहाँ रोका गया, वहाँ भी किसानों ने मोर्चा जमा दिया था। बताया जा रहा है कि इस आंदोलन में 400 संगठन शामिल हैं।
ये महापंचायत 1 दिन की ही है। पुलिस और MCD ने उन्हें इस शर्त पर अनुमति दी कि वो ट्रैक्टर लेकर नहीं आएंगे और उनके पास कोई हथियार भी नहीं होगा।
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