मुंबई, एजेंसियां। ऑस्कर 2025 की शॉर्टलिस्ट में भारतीय फिल्म ‘लापता लेडीज’ को बाहर किए जाने के बाद, फिल्म इंडस्ट्री में निराशा का माहौल है।
किरण राव के निर्देशन में बनी यह फिल्म भारत की ओर से ऑस्कर में भेजी गई थी, लेकिन आखिरी लिस्ट में जगह नहीं बना सकी। इस पर दिग्गज फिल्ममेकर हंसल मेहता और ग्रैमी विजेता म्यूजिक कंपोजर रिकी केज ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है और फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया (FFI) की चयन प्रक्रिया को गलत बताया है।
हंसल मेहता ने की आलोचना
फिल्म निर्माता हंसल मेहता ने सोशल मीडिया पर फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया को निशाना बनाते हुए लिखा, “फेडरेशन ने फिर से वही गलती की है। उनका तरीका और स्ट्राइक रेट साल दर साल गलत साबित हो रहा है।” उन्होंने पोस्ट में बेस्ट इंटरनेशनल फीचर कैटेगरी की शॉर्टलिस्ट का स्क्रीनशॉट भी साझा किया, जिसमें ‘लापता लेडीज’ का नाम नहीं था।
रिकी केज ने भी उठाए सवाल
ग्राम my विजेता म्यूजिक कंपोजर रिकी केज ने भी फिल्म के बाहर होने पर दुख व्यक्त करते हुए कहा, “लापता लेडीस एक बेहतरीन फिल्म है, लेकिन यह ऑस्कर के लिए सही विकल्प नहीं थी। हर साल हम गलत फिल्मों को भेजते हैं और कई शानदार फिल्में नजरअंदाज हो जाती हैं।”
‘ऑल वी इमेजिन एज लाइट’ को नजरअंदाज किया गया
कई यूजर्स और फिल्म समीक्षकों ने पायल कपाड़िया की फिल्म ‘ऑल वी इमेजिन एज लाइट’ के चयन को लेकर भी नाराजगी व्यक्त की, जिसे गोल्डन ग्लोब में नामांकन मिला था और कान्स में सराहा गया था। इस फिल्म के ना चुने जाने को लेकर भी आलोचनाएं सामने आई हैं।
चयन प्रक्रिया पर सवाल
फिल्म फेडरेशन ने पिछले साल सितंबर में ‘लापता लेडीज’ को ऑस्कर 2025 के लिए भेजा था। इस निर्णय को जन्हू बरुआ ने लीड किया था, और 29 फिल्मों में से ‘लापता लेडीज’ का चयन किया गया था। लेकिन इस फिल्म का ऑस्कर शॉर्टलिस्ट से बाहर होना चयन प्रक्रिया पर सवाल खड़ा करता है।
भविष्य की उम्मीदें
फिल्म इंडस्ट्री में अब यह सवाल उठने लगा है कि भविष्य में भारत की ओर से कौन सी फिल्में ऑस्कर के लिए भेजी जाएं। आलोचक और निर्माता चाहते हैं कि भारत में ऐसी फिल्मों का चयन हो, जो वैश्विक स्तर पर पुरस्कार जीतने की क्षमता रखती हैं।
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