ढाका, एजेंसियां। बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता के बीच सेना प्रमुख जनरल वकर-उज-जमान ने सैनिकों और बख्तरबंद वाहनों को ढाका में तैनात करने का आदेश दिया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, हर ब्रिगेड से 100 सैनिकों को राजधानी में बुलाया गया है, और सावर स्थित 9वीं डिवीजन के सैनिकों ने ढाका पहुंचना शुरू भी कर दिया है।
क्या है इसके पीछे की वजह?
हाल ही में दो प्रमुख घटनाएं सामने आई हैं, जिनके कारण सेना का यह कदम महत्वपूर्ण माना जा रहा है। पूर्व छात्र नेता आसिफ महमूद शाजिब भुइयां का एक पुराना वीडियो वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने दावा किया कि सेना प्रमुख जनरल जमान ने अनिच्छा से मोहम्मद यूनुस को सत्ता सौंपने पर सहमति दी थी। 11 मार्च को छात्र नेता हसनत अब्दुल्ला ने जनरल जमान के साथ हुई एक गुप्त बैठक के बाद सेना के खिलाफ आंदोलन शुरू करने की धमकी दी।
क्या आर्मी चीफ फिर से सत्ता परिवर्तन की तैयारी में हैं?
बांग्लादेश के वर्तमान शासकों और सेना प्रमुख के बीच तनाव बढ़ता दिख रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, जनरल जमान यूनुस प्रशासन को चेतावनी देते रहे हैं कि वे देश की स्थिरता बनाए रखें। वहीं, कुछ छात्र नेता आरोप लगा रहे हैं कि सेना प्रमुख फिर से शेख हसीना की आवामी लीग के लिए रास्ता बना रहे हैं।
क्या होगा आगे?
सेना प्रमुख द्वारा सैनिकों को ढाका में इकट्ठा करने का आदेश किसी बड़े राजनीतिक घटनाक्रम की ओर इशारा कर सकता है। क्या बांग्लादेश में फिर से सत्ता परिवर्तन होगा? या यह सिर्फ संभावित विरोध प्रदर्शनों से निपटने की तैयारी है? यह देखने वाली बात होगी।
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