चान्हो। चान्हो प्रखंड में जंगली हथियों का उत्पात दो दिनों से जारी है। हाथी लगातार रात को गांव में धावा बोल रहे हैं और घरों व फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। सोमवार की रात भी हाथियों ने मदई व बेयासी गांव में उत्पात मचाया।
घरों में की तोड़फोड़
गांव के तीन घरों में तोड़फोड़ की और घर में रखे धान, चावल व सरसों का खाने के बाद तहस-नहस कर दिया। वहीं गन्ने की फसलों को भी नुकसान पहुंचाया।
ग्रामीणों के अनुसार करीब 22 की संख्या में हाथी रात के करीब बारह बजे मदई गांव में घुसे।
हाथियों ने चिलगू उरांव, करमा उरांव, सोमरा उरांव के घर तथा भउवा उरांव फॉर्म हाउस में बने दो कमरों को क्षतिग्रस्त कर दिया। वहीं चिलगू उरांव व करमा उरांव के हाथियों के उत्पात से सहमे हुए हैं गांव के बच्चे।
फसलों को पहुंचाया नुकसान
घर में रखे पांच क्विंटल से अधिक धान खा गये। साथ ही गांव में घुसने के क्रम में रामचंद्र उरांव की गन्ने की फसल एवं जौनी उरांव, कुवांरी उरांव व बैजू उरांव की धान की खेती को भी नुकसान पहुंचाया।
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में हाथियों के घुसने की जानकारी मिलने के बाद उन्होंने काफी मशक्कत के बाद हाथियों को खदेड़ा। पंचायत के मुखिया भोला उरांव के अनुसार बेड़ो की ओर खदेड़े जाने के क्रम में हाथियों ने बेयासी गांव की सलीमा खातून की बाउंड्री, खिड़की व दरवाजे को तोड़ दिया। वहीं घर में रखे करीब एक क्विंटल चावल खा गये।
भोला उरांव ने हाथियों के फिर से गांव में लौटने की संभावना जताते हुए वन विभाग से अपील की है कि पंचायत के सभी गांवों में हाथियों को भगाने के सामान उपलब्ध कराये जायें। इससे भी पहले शनिवार की रात को हथियों ने बेयासी पंचायत में उत्पात मचाया था।
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