Electrician in Chakradharpur:
चक्रधरपुर, एजेंसियां। बिजली मिस्त्री श्याम सुंदर रजक की करंट लगने से मौत के बाद शुक्रवार को चक्रधरपुर में हालात तनावपूर्ण हो गए। मृतक के परिजनों और लोटापहाड़ गांव के सैकड़ों ग्रामीणों ने एनएच 75ई (रांची-चाईबासा मुख्य मार्ग) को चक्रधरपुर स्थित भारतीय स्टेट बैंक के समीप पूरी तरह से जाम कर दिया। जाम के कारण दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और आम जनजीवन प्रभावित हुआ।
कैसे हुई मौत?
गुरुवार को लांडुपदा गांव में ट्रांसफार्मर का फ्यूज ठीक करने के दौरान श्याम सुंदर रजक करंट की चपेट में आ गए। शटडाउन लेकर कार्य शुरू हुआ था, लेकिन ग्रामीणों के अनुसार लाइनमैन शंभू विश्वकर्मा की लापरवाही से लाइन अचानक चालू कर दी गई, जिससे यह हादसा हुआ। श्याम सुंदर को गंभीर हालत में जमशेदपुर के टीएमएच अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
परिजनों की मांगें क्या थीं?
25 लाख रुपये मुआवजा
परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी
दोषी कर्मी शंभू विश्वकर्मा पर कड़ी कार्रवाई
प्रशासन की भूमिका
घटना की सूचना मिलते ही डीएसपी शिवम प्रकाश और चक्रधरपुर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की। हालांकि, प्रदर्शनकारी अपनी मांगों पर अड़े रहे। शाम साढ़े चार बजे तक जाम नहीं हटाया गया था।
सवालों के घेरे में बिजली विभाग
ग्रामीणों ने बिजली विभाग पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि घटना के बाद अब तक विभाग के किसी वरिष्ठ अधिकारी ने न तो संपर्क किया और न ही संवेदना प्रकट की, जिससे गुस्सा और बढ़ गया।यह घटना राज्य में बिजली विभाग की कार्यप्रणाली और सुरक्षा मानकों पर सवाल खड़े कर रही है। यदि मांगें नहीं मानी गईं, तो आंदोलन और तेज हो सकता है।
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