मल्लिकार्जुन खरगे को पत्र लिखकर जताई आपत्ति
नई दिल्ली, एजेंसियां। हरियाणा चुनाव में मिली हार से कांग्रेस बौखला गई है। एग्जिट पोल के नतीजों से पार्टी ने जो जीत का महल खड़ा किया था वो ताश के पत्तों की तरह बिखर गया।
नतीजे आने के बाद कांग्रेस नेता जयराम रमेश और पवन खेड़ा ने रिजल्ट में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए इसे तंत्र की जीत और लोकतंत्र की हार बता दिया।
अब चुनाव आयोग उनके इस बयान को लेकर रेस हो गई है। निर्वाचन आयोग ने इस बयान को लेकर कहा कि हरियाणा चुनाव के नतीजों को अस्वीकार्य बताने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के बयान देश के समृद्ध लोकतांत्रिक इतिहास में पहले नहीं सुने गए।
आयोग ने कहा कि ये बोलने की स्वतंत्रता की वैधानिकता से भी परे हैं। आयोग ने रमेश और खेड़ा के बयान को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष खरगे को भी पत्र लिखा है।
चुनाव आयोग ने खरगे को लिखा पत्रः
जयराम रमेश और पवन खेड़ा के बयान पर चुनाव आयोग ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को पत्र लिखा है। जिसमें आयोग ने कहा कि पार्टी नेता जयराम रमेश और पवन खेड़ा की ऐसी टिप्पणियां सही नहीं है।
चुनाव आयोग ने कहा कि उसने खरगे और राहुल गांधी के बयानों पर भी गौर किया है। कांग्रेस ने हरियाणा चुनाव के परिणाम को अप्रत्याशित और अनपेक्षित बताया है।
कांग्रेस पार्टी ने इसका विश्लेषण करने और अपनी शिकायतों के साथ निर्वाचन आयोग से संपर्क करने का प्रस्ताव रखा है।
आयोग ने कहा कि कांग्रेस के 12 सदस्यीय आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल की ओर से बैठक के लिए उससे समय मांगा गया है, जिसमें परिणाम को अस्वीकार्य बताने वाले लोग भी शामिल हैं।
कांग्रेस नेताओं ने लगाए थे आरोपः
हरियाणा विधानसभा के नतीजे आने के बाद कांग्रेस नेताओं की ओर से प्रतिक्रिया दी गई थी। इसी कड़ी में पार्टी नेता जयराम रमेश और पवन खेड़ा मीडिया से बात करते हुए नतीजों को अप्रत्याशित करार दिया था। उन्होंने कहा था कि इसे हम स्वीकार नहीं कर सकते। रमेश ने कहा था कि कई जिलों से गंभीर शिकायत आई है।
वहीं पवन खेड़ा ने कहा था नतीजे जमीनी स्तर पर जो हमने देखा उससे पूरी तरह उलट हैं। यह तंत्र की जीत है, लोकतंत्र की नहीं। हम इसे स्वीकार नहीं कर सकते हैं।
इसे भी पढ़ें
हरियाणा नतीजों पर कांग्रेस का आरोप- चुनाव आयोग डेटा अपडेट नहीं कर रही