BMC elections:
मुंबई, एजेंसियां। मुंबई नगर निगम (BMC) चुनाव 2025 को लेकर महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। महायुति गठबंधन के घटक दलों शिवसेना (शिंदे गुट), भाजपा और एनसीपी (अजित पवार गुट) के बीच सीट बंटवारे को लेकर चर्चा जारी है। इसी बीच उपमुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने स्पष्ट किया कि इस बार सीटों का वितरण केवल संख्या के आधार पर नहीं, बल्कि उम्मीदवारों की योग्यता और जीतने की क्षमता को देखते हुए होगा।
योग्यता और सामूहिक जीत पर जोर
28 सितंबर को शिवसेना शाखा प्रमुखों को संबोधित करते हुए शिंदे ने कहा, “बीएमसी चुनाव में हमारा लक्ष्य सिर्फ सीटें जीतना नहीं, बल्कि महायुति की सामूहिक विजय सुनिश्चित करना है। सीट बंटवारे में योग्यता और संगठन की मजबूती को प्राथमिकता दी जाएगी।” उन्होंने भरोसा जताया कि गठबंधन में शिवसेना को उचित सम्मान मिलेगा और सभी सहयोगी दलों के बीच सामंजस्य के साथ निर्णय लिए जाएंगे।
शाखा प्रमुखों की भूमिका अहम
शिंदे ने अपने संबोधन में शाखा प्रमुखों की भूमिका पर विशेष बल दिया। उन्होंने कहा कि शाखा प्रमुख ही पार्टी की रीढ़ हैं और जमीनी स्तर पर मतदाताओं तक पहुँच बनाने में निर्णायक भूमिका निभाते हैं। शिंदे के मुताबिक, स्थानीय स्तर पर मजबूत संगठन और सक्रिय कार्यकर्ता ही पार्टी को विजय दिला सकते हैं।
महायुति की रणनीति पर संकेत
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि शिंदे का यह बयान महायुति के भीतर सीट बंटवारे के फॉर्मूले की दिशा तय करता है। अब तक किसी दल ने अपनी सीटों का दावा औपचारिक रूप से पेश नहीं किया है, लेकिन माना जा रहा है कि आगामी दिनों में योग्यता, संगठन और प्रदर्शन के आधार पर सीटों की घोषणा होगी।बीएमसी चुनाव में महायुति की यह रणनीति स्थानीय नेतृत्व को सशक्त करने और साझा जीत की दिशा में बड़ा कदम मानी जा रही है।
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