रांची : भाजपा प्रत्याशी डॉ प्रदीप वर्मा और इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी डॉ सरफराज अहमद निर्विरोध राज्यसभा के लिए निर्वाचित किए गए हैं। इसकी आधिकारिक घोषणा गुरूवार को की गयी।
14 मार्च यानि गुरूवार नाम वापसी की आखिरी तारीख थी। चूंकि सत्ता पक्ष और विपक्ष की ओर से दो ही प्रत्याशी थे इसलिए दोनों निर्विरोध निर्वाचित किए गए।
प्रदेश भाजपा ने पार्टी के महामंत्री डॉ प्रदीप वर्मा को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया था। वहीं झामुमो के गांडेय से पूर्व विधायक डॉ सरफराज अहमद को गठबंधन ने साझा उम्मीदवार बनाया है।
झारखंड के दो राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल 3 मई 2024 को पूरा हो रहा है। इसमें कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य धीरज साहू और भाजपा के समीर उरांव हैं।
समीर उरांव को भाजपा ने लोकसभा चुनाव के लिए लोहरदगा से प्रत्याशी बनाया हैं। इससे पहले वे सिसई विधानसभा से विधायक रह चुके हैं।
गौरतलब है कि मुंबई के उद्योगपति हरिहर महापात्रा ने राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन पत्र खरीदा था लेकिन वे विधायकों को प्रस्तावक बनने के लिए तैयार नहीं कर पाए थे। इस वजह से उन्होंने खुद को चुनाव से दूर कर लिया था।
1.12 करोड़ रुपये के हैं कर्जदार डॉ प्रदीप वर्मा
राज्यसभा के लिए निर्वाचित भाजपा प्रत्याशी डॉ प्रदीप वर्मा के पास चल संपत्ति के रूप में चार करोड़ तीन लाख 83 हजार 388 रुपये 17 पैसे व अचल संपत्ति के रूप में 60 लाख 54 हजार रुपये हैं।
इतना ही नहीं, उनके पास अपनी अर्जित संपत्ति करीब 98 लाख 50 हजार रुपये भी हैं। देनदारी की बात करें तो उन पर विभिन्न बैंकों का एक करोड़ 12 लाख 45 हजार 695 रुपये 90 पैसे का ऋण है।
उन्होंने अपने हलफनामे में इसकी जानकारी दी है। प्रदीप वर्मा की पत्नी के पास 45 लाख 96 हजार 625 रुपये 19 पैसे की चल व 15 लाख 64 हजार 500 रुपये की अचल संपत्ति है।
वहीं, बच्चे के पास छह लाख 85 हजार 118 रुपये की चल संपत्ति है। पत्नी के पास अपनी अर्जित संपत्ति दो करोड़ 25 लाख रुपये की है।
प्रदीप कुमार वर्मा ने शपथ पत्र के जरिए बताया है कि उनकी छवि स्वच्छ है। उनके विरुद्ध किसी तरह का कोई केस दर्ज नहीं है।
कोई वारंट, कोई कोर्ट मुकदमा आदि भी नहीं है। अब तक उन पर न तो कोई केस है, न हीं किसी मामले में कोई सजा हुई है। वर्मा ने साईं नाथ विश्वविद्यालय से हिंदी में पीएचडी की डिग्री हासिल की है।
करोड़पति हैं डॉ सरफराज अहमद
झामुमो प्रत्याशी के रूप में राज्यसभा के लिए निर्वाचित सरफराज अहमद के पास एक करोड़ 41 लाख 8 हजार 236 रुपये की संपत्ति है।
जबकि उनकी पत्नी जैनब अहमद के पास एक करोड़ 42 लाख 72 हजार 619 रुपये की संपत्ति है। उनकी आमदनी का स्रोत विधायक रहते मिलने वाली पारिश्रमिक और पेंशन है।
गांडेय विधानसभा सीट से विधायक रहे सरफराज अहमद ने वर्ष 2019 में दिए हलफनामे में अपनी कुल संपत्ति 43 लाख 52 हजार बताई थी।
वर्तमान हलफनामे के मुताबिक पिछले पांच वर्ष में उनकी आय में एक करोड़ रुपये की वृद्धि हो गई है। सरफराज ने रांची विश्वविद्यालय से 1997 में पीएचडी की उपाधि ली है।
1976 में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) से मास्टर्स की डिग्री ली थी। सरफराज और उनकी पत्नी के पास कोई कृषि योग्य भूमि नहीं है।
पत्नी के नाम गिरिडीह के बेंगाबाद में 61700 स्क्वायर फीट की गैर कृषि भूमि है। गिरिडीह के कर्णपुरा में एक व्यवसायिक भूखंड भी है।
इस भवन की अनुमानित कीमत 50 लाख रुपये बताई गई है। वाहन लेने के लिए झारखंड विधानसभा से 9 लाख रुपये का लोन लिया है।
इनके विरुद्ध कोई आपराधिक मामला नहीं है। पत्नी के नाम से गिरिडीह के बेंगाबाद में इंडियन आयल कारपोरेशन की डीलरशिप भी है।
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