Bharat Ratna :
नई दिल्ली, एजेंसियां। भारत रत्न के लिए तिब्बती बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा के नाम की जोरदार मांग उठी है। इस अभियान का नेतृत्व ‘तिब्बत पर भारतीय सांसदों का सर्वदलीय फोरम’ कर रहा है, जिसने दावा किया है कि अब तक इस मांग के समर्थन में 80 सांसदों के हस्ताक्षर वाला ज्ञापन तैयार हो चुका है। इस ज्ञापन को जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंपे जाने की योजना है।
Bharat Ratna :सांसद सुजीत कुमार ने बताया
राज्यसभा सांसद सुजीत कुमार, जो पहले इस फोरम के संयोजक रहे हैं, ने बताया कि जैसे ही 100 सांसदों के साइन पूरे हो जाएंगे, ज्ञापन औपचारिक रूप से सरकार को सौंप दिया जाएगा। खास बात यह है कि समर्थन करने वालों में विपक्षी दलों के सांसद भी शामिल हैं, जिससे इस मुद्दे को सर्वदलीय समर्थन मिल रहा है।यह मांग ऐसे समय में उठी है जब दलाई लामा ने हाल ही में अपना 90वां जन्मदिन मनाया और उत्तराधिकारी को लेकर भी अपनी स्थिति स्पष्ट की थी। सुजीत कुमार ने कहा कि उत्तराधिकारी के चयन में चीन की कोई भूमिका नहीं होनी चाहिए और इस बात को फोरम संसद में भी उठाता रहा है।

Bharat Ratna :क्या है मामला ?
गौरतलब है कि 6 जुलाई को धर्मशाला में आयोजित जन्मदिन समारोह में केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह, किरेन रिजिजू, और अरुणाचल के सीएम पेमा खांडू भी शामिल हुए थे। इससे भारत सरकार की ओर से दलाई लामा को मिल रहे समर्थन का संकेत मिला है। यह फोरम पहले भी तिब्बत से जुड़े मुद्दों पर संसद और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर आवाज उठाता रहा है। इससे पहले 2021 में, चीनी दूतावास ने फोरम के सांसदों को पत्र भेजकर तिब्बती समर्थन से दूर रहने को कहा था।
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