मास्को। मास्को में हुए आतंकी हमले में मरनेवालों की संख्या 135 के पार पहुंच गई है। बता दें कि 22 मार्च की रात ये हमला किया गया था।
रूस ने इस हमले को लेकर राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। इधर, सरकार ने हमले के संदिग्धों से हुई पूछताछ रूसी टीवी चैनल्स पर दिखाई है।
इसके बाद रूसी मीडिया हाउस RT ने संदिग्धों से हुई पूछताछ के वीडियो टीवी पर दिखाए। ये
फुटेज 22 मार्च की रात रूस में हुए आतंकी हमले के उस संदिग्ध आरोपी की है, जिसने पूरी प्लानिंग बताई।
रूस की सिक्योरिटी सर्विस उसे पकड़कर ले जा रही है। रूसी मीडिया हाउस RT ने दो वीडियो शेयर किए हैं, जिनमें संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। उनके हाथ बंधे हुए हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में एक संदिग्ध हमलावर अपना गुनाह कबूल रहा है। वो पूरी प्लानिंग के बारे में बता रहा है।
हमलावर इस योजना के साथ आए थे कि वो हमला कर यूक्रेन की तरफ भागेंगे। 3 हमलावरों को तस्वीर भी जारी की गई है।
इधर, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शनिवार देर रात कहा कि आतंकी हमले के बाद यूक्रेन की तरफ भागे थे। सभी को पकड़ लिया गया है, उन्हें कड़ी सजा दी जाएगी।
उन्होंने 24 मार्च को राष्ट्रीय शोक की घोषणा की। वहीं, यूक्रेन राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने आरोप लगाते हुए कहा कि पुतिन कॉन्सर्ट हॉल हमले का दोष यूक्रेन पर मढ़ने की कोशिश कर रहे हैं।
इधर, अमेरिका ने कहा कि हमले में यूक्रेन का हाथ नहीं है। शनिवार रात व्हाइट हाउस ने कहा कि यूक्रेन के हमले में शामिल होने से जुड़ा कोई सबूत नहीं मिला है।
इसके लिए ISIS ही जिम्मेदार है। जो हुआ है उसमें आम लोगों को निशाना बनाया गया है। ये आतंकी हमला ही है।
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, 7 मार्च को रूस में मौजूद अमेरिकी दूतावास ने किसी बड़े हमले की चेतावनी दी थी। दूतावास ने कहा था कि चरमपंथी मॉस्को में होने वाले किसी म्यूजिक कॉन्सर्ट में हमला करने की साजिश रच रहे हैं।
हालांकि, पुतिन ने अमेरिकी दूतावास के हमले की चेतावनी दिए जाने की निंदा की थी।
उधर, आतंकी संगठन ISIS ने रूस की राजधानी मॉस्को के क्रोकस सिटी हॉल पर हुए आतंकी हमले का वीडियो जारी किया है।
इसे गोलीबारी करने वाले एक आतंकी के कपड़ों पर लगे कैमरे से रिकॉर्ड किया गया। 90 सेकेंड के वीडियो में चारों आतंकियों की पहचान छिपाने के लिए उनके चेहरे धुंधले किए गए हैं।
आगे भी पढ़ें
मास्को में आतंकी हमला, 70 मरे, इस्लामिक स्टेट ने ली जिम्मेदारी