कोलकाता, एजेंसियां। सफेद टी शर्ट पहने और दाहिने कान में ब्लूटूथ हेडफोन लगाया एक नौजवान ! जो साइबर ठगी के शिकार हुए लोगों की सहायता करता है, साथ ही साइबर फ्रॉड से जुड़ीं घटनाओं की जांच में पुलिस की सहायता करता है।
यह है पश्चिम बंगाल के आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्रालय के साइबर सिक्योरिटी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस विभाग का किरदार साइबर योद्धा। यह इन दिनों युवाओं के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है।
कॉमिक्स में हैं 24 कहानियां
दरअसल, साइबर सिक्योरिटी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस द्वारा साइबर सिक्योरिटी को केन्द्र कर एक कॉमिक्स तैयार किया गया है।
साइबर हिप्नोसिस नाम की इस कॉमिक्स की सहायता से आम लोगों के बीच साइबर अपराध से जुड़ीं घटनाओं को लेकर जागरूक पैदा करने की कोशिश की जा रही है।
विभाग द्वारा कॉमिक्स को फ्री में बांटा जा रहा है। दो भागोंवाली इस कॉमिक्स का मुख्य किरदार साइबर योद्धा है।
कॉमिक्स में कुल 24 कहानियां हैं, जिनमें साइबर योद्धा, ऑनलाइन फ्रॉड की घटनाओं की गुत्थी सुलझाता है।
साइबर अपराधियों के निशाने पर होते हैं युवा और बुजुर्ग
साइबर सिक्योरिटी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक साइबर धोखाधड़ी का सबसे अधिक शिकार या तो युवा पीढ़ी या बुजुर्ग व्यक्ति होते हैं।
कॉमिक्स एक ऐसा माध्यम है, जो हर उम्र के व्यक्ति को आकर्षित करता है। यही वजह है कि विभाग ने साइबर फ्रॉड और उससे बचाव को लेकर एक सरल और आकर्षक कॉमिक्स तैयार किये जाने का निर्णय लिया।
यह कॉमिक्स लोगों को जागरूक करेगी
इस कॉमिक्स की सहायता से युवाओं के साथ ही वयस्कों को भी साइबर सुरक्षा को लेकर जागरूक करने में सहायता मिलेगी।
कॉमिक्स में वर्तमान समय में घटित होने वालीं साइबर घटनाएं जैसे सोशल मीडिया के जरिये होनेवाली ठगी, बैंक कर्मचारी बन कर की जाने वाली ठगी, लुभावने उपहार देकर ओटीपी मांगना, आसानी से लोन दिलाने के नाम पर ठगी को आम किरदारों और सरल संवाद के जरिये प्रदर्शित किया गया है।
विशेष बात यह है कि कॉमिक्स के कवर पर सभी कहानियों के शीर्षक के साथ क्यूआर कोड भी साझा किया गया है, जिससे पाठक अपनी पसंदीदा कहानियों को मोबाइल पर डिजिटल रूप में पढ़ भी सकते हैं।
साथ ही, अन्य व्यक्तियों के साथ उन कहानियों को शेयर भी कर सकते हैं। विभाग के अधिकारी ने बताया कि जल्द ही साइबर हिप्नोसिस कॉमिक्स को वीडियो प्रारूप में भी रिलीज किया जायेगा।
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