रांची : भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने अपनी संकल्प यात्रा के द्वितीय चरण में जामताड़ा की जनसभा के साथ संथाल परगना के 18 विधानसभा क्षेत्रों की जनसभा को संबोधित किया। श्री मरांडी ने बारिश के बीच जनसभाओं में हजारों की संख्या में शामिल होकर उनकी बातों को सुनने केलिए संथाल परगना की जनता का हृदय से आभार प्रकट किया।
उन्होंने कहा कि राज्य में पुलिस-प्रशासन के पदाधिकारी बोलते हैं कि उन्हें पद पर बने रहने केलिए हर माह रिचार्ज कराना पड़ता है। श्री मरांडी ने कहा कि जनता के स्नेह और समर्थन से संकल्प यात्रा अब जनसंकल्प यात्रा में बदल गई है। श्री मरांडी ने कहा कि झारखंड राज्य भाजपा नीत अटल सरकार की देन है। भाजपा राज्य गठन से लेकर राज्य के सर्वांगीण विकास केलिए समर्पित है।
लेकिन अलग राज्य की लड़ाई का ढिंढोरा पीटने वाले झामुमो कांग्रेस और राजद के लोगों ने क्या किया यह जानता जानती है। ये झारखंड आंदोलन को बेचने और खरीदने वाले लोग है। कोई लाश पर बनने की कसम खाने वाले लोग हैं। शिबू सोरेन को तिहाड़ जेल जाने की कहानी झारखंड की जनता जानती है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने अलग राज्य भी दिया और गांव ,गरीब,किसान को विकास की मुख्यधारा से भी जोड़ा। 60वर्षों तक कांग्रेस ने गांव में सड़क बिजली नहीं भेजी क्योंकि गांव में गरीब,दलित, पिछड़ा लोग रहते हैं।
लेकिन अटल जी की सरकार ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से गांव में विकास की नई क्रांति ला दी। उन्होंने कहा कि अटल जी की सरकार ने संथाली भाषा को 8वीं अनुसूची में जोड़ा,आदिवासी मंत्रालय बनाए।और आज मोदी सरकार ने पिछले 9वर्षों में गांव गरीब किसान के कल्याण केलिए अनेक योजनाएं चलाई। आज केंद्र सरकार में आदिवासी समाज से आजाद भारत के इतिहास में पहली बार 8 मंत्री जनजाति समाज से हैं।
भगवान बिरसा की जयंती 15 नवंबर को जनजाति गौरव दिवस घोषित हुआ। और आज भारत की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को बनाकर आदिवासियों का सम्मान बढ़ाया। उन्होंने कहा कि संथाल परगना में विकास की गाथा लिखी जा रही। दुमका का मेडिकल कॉलेज,देवघर में एम्स की स्थापना,एयरपोर्ट ,साहेबगंज में बंदरगाह और गंगा पुल का निर्माण मोदी सरकार की देन है।
श्री मरांडी ने कहा एक तरफ केंद्र सरकार जनता के विकास केलिए काम कर रही वहीं राज्य की हेमंत सरकार कमाने केलिए। राज्य भ्रष्टाचार,लूट का तांडव मचा है। उन्होंने कहा कि सोरेन परिवार नाम बदलकर गरीब आदिवासियों का जमीन लूट रहा है।