Corona Virus:
नई दिल्ली, जेन्सियां। कोरोना वायरस के नए वैरिएंट एलपी.8.1 (LP.8.1) ने वैश्विक स्तर पर एक बार फिर कोरोना मामलों में वृद्धि शुरू कर दी है। विशेषज्ञों के अनुसार, इस नए वैरिएंट के कारण अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिली है।
पिछले सप्ताह, यूके में कोरोना के मामलों में 11.9% का इज़ाफा हुआ और अस्पतालों में भर्ती रोगियों की संख्या इस साल के उच्चतम स्तर पर पहुँच गई है।
Corona Virus: विश्व स्वास्थ्य संगठन ने क्या कहा
हालांकि, इस नए वैरिएंट को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का कहना है कि यह बहुत ज्यादा खतरनाक नहीं है, क्योंकि यह ओमिक्रॉन का एक अपडेटेड वर्जन है। फिर भी, इसका असर लोगों की स्वास्थ्य स्थिति पर हो सकता है, खासकर उन लोगों पर जिनकी इम्युनिटी कमजोर है।
Corona Virus: एलपी.8.1 के लक्षण और अस्पतालों में बढ़ती भीड़
इस नए वैरिएंट के लक्षणों में बुखार, खांसी, सांस फूलना, थकान, शरीर में दर्द, और सिरदर्द जैसी समस्याएं शामिल हैं। जिन लोगों की इम्युनिटी कमजोर होती है, उनमें गंभीर संक्रमण के कारण अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता भी हो सकती है।
Corona Virus: टीकाकरण और बूस्टर डोज का प्रभाव
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि जिन्होंने कोविड वैक्सीन ली है, उन्हें इस नए वैरिएंट से कुछ हद तक सुरक्षा मिल सकती है। हालांकि, कमजोर इम्युनिटी वाले व्यक्तियों को बूस्टर डोज की आवश्यकता हो सकती है।
कोविड वैक्सीनेशन ओमिक्रॉन के सभी सब-वैरिएंट्स के खिलाफ प्रभावी पाया गया है, और कई देशों में इसके लिए अपडेटेड वैक्सीन्स भी उपलब्ध हैं। कुल मिलाकर, कोरोना के नए वैरिएंट एलपी.8.1 के कारण वैश्विक स्तर पर संक्रमण बढ़ने की खबरें आ रही हैं, लेकिन अभी भी इसके खतरनाक होने के संकेत नहीं मिले हैं।
हालाँकि, स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि सुरक्षा के उपायों का पालन और बूस्टर डोज लेना अभी भी ज़रूरी है, ताकि संक्रमण से बचा जा सके और अस्पतालों पर दबाव को कम किया जा सके।
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