Coldrif syrup health risk:
भोपाल, एजेंसियां। मप्र में जिस कोल्ड्रिफ कफ सिरप से 16 बच्चों की मौत हुई, वह तमिलनाडु के कांचीपुरम में महज 2 हजार वर्ग फीट की फैक्ट्री में गंदगी के बीच बन रहा था। यहां 60 दवा उत्पाद बनते हैं। इसकी संचालक कंपनी श्रीसन फार्मास्युटिकल्स सभी सुरक्षा और गुणवत्ता मानकों को दरकिनार कर सिरप बना रही थी। इसके बावजूद फैक्ट्री का कभी नियमित सरकारी निरीक्षण नहीं हुआ।
तमिलनाडु सरकार की जांच में खुलासा हुआ है कि फैक्ट्री में न पर्याप्त स्टाफ था और न ही माइक्रोबायोलॉजी लैब थी, जो दवा निर्माण के लिए अनिवार्य है। क्वालिटी कंट्रोल लैब भी बहुत छोटी थी। फैक्ट्री के उपकरणों में जंग लगी मिली। कई उपकरण टूटे और लीकेज थे। इससे सिरप की शुद्धता प्रभावित होती रही। पूरा मैन्युफैक्चरिंग एरिया गंदगी से भरा था।
इसे भी पढ़ें