Uttarakhand’s Dharali:
देहरादून , एजेंसियां। उत्तराखंड के धराली गांव में मंगलवार को बादल फटने और भूस्खलन के कारण आई बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है। इस घटना में 28 केरल के पर्यटक उत्तरकाशी से गंगोत्री जाते वक्त लापता हो गए हैं। बचाव एवं राहत कार्य चल रहे हैं, लेकिन खराब मौसम और बंद रास्तों के कारण बचाव में बड़ी मुश्किलें आ रही हैं।
मलबे में आधा गांव बहा गया
तेज बहाव से धराली का आधा हिस्सा मलबे, कीचड़ और पानी में बह गया है। कई घर, होटल और वाहन तबाह हो चुके हैं। अब तक 150 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। National Disaster Response Force (NDRF), सेना, ITBP और SDRF की टीमें राहत कार्य में जुटी हैं।
मलबे से बरामद शव की पहचान
बाढ़ में बरामद शव की पहचान 35 वर्षीय आकाश पंवार के रूप में हुई है। परिवार के लोगों का कहना है कि वे सुबह 8:30 बजे गंगोत्री के लिए निकले थे और तभी से उनका कोई पता नहीं है।
खराब मौसम ने बढ़ाई मुश्किलें
ऋषिकेश-उत्तरकाशी हाईवे बंद होने और बारिश के कारण हेलिकॉप्टर से बचाव कार्य फिलहाल रुक गया है। सेना के जवान भी रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे हैं, लेकिन मौसम में सुधार का इंतजार है।
स्थानीय लोगों की परेशानियां
धराली के कई लोग अपने घर और होटल खो चुके हैं। एक स्थानीय ने बताया, “हमारा होटल और घर सब बह गया है।” राज्य के मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है कि मौसम ठीक होते ही खोजबीन तेज़ होगी।
भारी बारिश और बाढ़ के कारण नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं
मंदाकिनी, बाणगंगा और भागीरथी नदियाँ खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इसके कारण हरिद्वार-ऋषिकेश-देहरादून रेल मार्ग भी बंद है। यात्रियों के लिए हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर हेल्प डेस्क बनाया गया है।
राज्य में चल रहे राहत कार्य और मौसम की जानकारी के लिए अधिकारी लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां प्रभावित इलाकों में सहायता पहुंचाने के लिए पूरी ताकत लगा रही हैं।
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