वे बजट देते हैं, अगर पत्रों पर निर्भर रहेंगे तो काम नहीं होगा
पुणे, एजेंसियां। CJI डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा है कि सरकार के प्रमुख जब हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस से मिलते हैं तो इन मुलाकातों में राजनीतिक परिपक्वता होती है।
मुंबई के एक कार्यक्रम CJI ने कहा- हम राज्य या केंद्र सरकार के मुखिया से मिलते हैं तो इसका अर्थ यह नहीं है कि कोई डील हो गई।
चीफ जस्टिस ने ये भी कहा कि हमें राज्य के सीएम के साथ बातचीत करनी होती है, क्योंकि वे न्यायपालिका के लिए बजट देते हैं। यदि मुलाकात न करके केवल लेटर्स पर निर्भर रहें तो काम नहीं होगा।
मुलाकात के दौरान किसी केस पर बात नहीं होतीः
उन्होंने कहा कि ये मीटिंग पॉलिटिकल मैच्योरिटी का एक साइन है। मेरे करियर में ऐसा कभी नहीं हुआ कि किसी CM ने कभी भी मुलाकात के दौरान किसी लंबित केस के बारे में कुछ कहा हो।
CJI ने कहा- कोर्ट और सरकार के बीच का एडमिनिस्ट्रेटिव रिलेशन, ज्यूडिशियरी के काम से अलग है। CM या चीफ जस्टिस त्योहारों या शोक में एक-दूसरे से मिलते हैं। यह हमारे काम पर कोई असर नहीं डालता।
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