नई दिल्ली, एजेंसियां। दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस के एक कार्यक्रम में चीफ जस्टिस (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा, ‘बांग्लादेश में जो हो रहा है, वह इस बात की याद दिलाता है कि आजादी हमारे लिए कितनी कीमती है। हमने 1950 में संविधान अपनाया और इसका अनुसरण किया। यही वजह है कि स्वतंत्रता में किसी प्रकार का दखल नहीं है। स्वतंत्रता या आजादी को हल्के में नहीं लिया जा सकता।’
चंद्रचूड़ बोले- कोर्ट का काम आम आदमी के संघर्ष जैसा
CJI ने कहा- मैं पिछले 24 सालों में एक जस्टिस के रूप में अपने दिल पर हाथ रखकर कह सकता हूं कि कोर्ट का काम उतना ही संघर्ष भरा है जितनी एक आम आदमी की जिंदगी।
कोर्ट में सभी धर्म, जाति, लिंग, गांव और शहरों के लोग आते हैं। इन सभी को चुनिंदा संसाधनों और दायरे में रहकर न्याय दिलाना होता है। यह उतना आसान काम नहीं है।
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