पटना,एजेंसियां। केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने बड़ा बयान दिया है।
चिराग ने चेतावनी दी है कि अगर गठबंधन में उनकी बात नहीं सुनी गई तो वह अपने पिता रामविलास पासवान की तरह मंत्री पद छोड़ने से पीछे नहीं हटेंगे।
चिराग पासवान की पार्टी वर्तमान में केंद्र की एनडीए सरकार का हिस्सा है, लेकिन पिछले कुछ समय से वे कई मुद्दों पर सरकार के खिलाफ खड़े दिखाई दिए हैं।
शनिवार को पटना के एसके मेमोरियल हॉल में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए चिराग ने कहा, “मैं जानता हूं कि कुछ लोग झूठ बोलते हैं और हम उनका पर्दाफाश करेंगे। चुनाव के वक्त क्या-क्या वादे किए गए थे, वह सब याद दिलाएंगे।”
उन्होंने कहा, “मेरे पिता किसी भी गठबंधन का हिस्सा रहे हों, उनकी एक अहम भूमिका होती थी और उसी भूमिका को आज मैं निभा रहा हूं। जब तक मैं इस गठबंधन में हूं, आप सभी को अपने हक और अधिकारों की चिंता करने की जरूरत नहीं है। लेकिन जिस दिन मुझे लगेगा कि मेरे लोगों के साथ अन्याय हो रहा है, मैं भी मंत्री पद छोड़ने में एक मिनट नहीं सोचूंगा।”
चिराग पासवान पहले भी एससी-एसटी आरक्षण में सब-कैटेगरी और क्रीमी लेयर के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध कर चुके हैं।
इसके साथ ही, उन्होंने एनडीए सरकार द्वारा लाए गए वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक और यूपीएससी लैटरल एंट्री के मुद्दे पर भी अपनी नाराजगी जाहिर की थी।
चिराग पासवान ने हाल ही में जातिगत जनगणना का भी समर्थन किया है और यह भी ऐलान किया कि उनकी पार्टी झारखंड विधानसभा चुनाव लड़ेगी।
हालांकि, गठबंधन पर उन्होंने बाद में विचार करने की बात कही थी। चिराग का यह बयान एनडीए के भीतर चल रही असंतोष की खबरों को और हवा देता है, जिससे बिहार की राजनीतिक स्थिति पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ सकता है।
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