मोदी सरकार में बनें हैं मंत्री
पटना, एजेंसियां। Chirag Paswan बिहार में हाजीपुर लोकसभा सीट से सांसद चुने गए हैं। मोजी 3.0 में उन्होंने केंद्रीय मंत्री पद की शपथ ली है।
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान अपने पिता स्व. रामविलास पासवान की विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं।
आइए जानते हैं चिराग का अब तक राजनीतिक सफर कैसा रहा है।
चिराग पासवान के पिता स्व. रामविलास पासवान भी केंद्र में मंत्री रह चुके हैं। चिराग ने कंप्यूटर इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। वह लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं।
चिराग पासवान का सियासी सफर
• वर्ष 2019 में अपने पिता स्व. रामविलास पासवान द्वारा स्थापित लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने।
• वर्ष 2021 में अपने चाचा और हाजीपुर के सांसद पशुपति पारस गुट के अलग होने के बाद लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) का गठन किया और इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष बने।
• लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष।
• वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में राजद के शिवचंद्र राम को हराया। चिराग ने शिवचंद्र राम को एक लाख 70 हजार 105 मतों के अंतर से हराया।
• वर्ष 2019 में जमुई से लोक जनशक्ति पार्टी के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़े और अपने प्रतिद्वंद्वी भूदेव चौधरी को हराया था।
• वर्ष 2014 में जमुई से ही लोक जनशक्ति पार्टी के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा और अपने प्रतिद्वंद्वी सुधांशु भास्कर को हराया था।
अभिनेता से राजनेता बनने का सफर
चिराग पासवान राजनीति में आने से पहले बॉलीवुड में काम किया था। चिराग की फिल्म मिले ना मिले हम साल 2011 में रिलीज हुई थी।
इसमें उन्होंने कंगना रनौत (Kangana Ranaut) के साथ काम किया था। बता दें कि कंगना रनौत भी इस साल मंडी लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर सांसद बनी हैं।
2010 और 2011 में बॉलीवुड में काम करने के बाद अभिनय के क्षेत्र से रास्ता बदल लिया और 2014 में संसदीय क्षेत्र जमुई से लोकजनशक्ति पार्टी के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़कर पहली बार सांसद बने।
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