Chhath festival:
पटना, एजेंसियां। दिवाली-छठ महापर्व को लेकर बिहार आने वाले प्रवासियों के लिए इस बार मुश्किलें बढ़ गई हैं। रेल मंत्रालय ने महापर्व से पहले 12 हजार स्पेशल ट्रेनें चलाने की घोषणा की थी, लेकिन वास्तविकता में दिल्ली-पटना मार्ग पर केवल 10 स्पेशल ट्रेनें ही चलाई गई हैं। पटना आने वाली इन ट्रेनों की वेटिंग सूची 26 अक्टूबर तक फुल है। दिल्ली-पटना वंदे भारत स्पेशल ट्रेन में भी सीटें उपलब्ध नहीं हैं।
पटना जंक्शन पर भीड़ प्रबंधन अधूरा
पटना जंक्शन पर प्रवासियों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए होल्डिंग एरिया नहीं बनाया गया है। इससे प्लेटफॉर्म पर अफरातफरी की स्थिति बनी हुई है। आरपीएफ जवान केवल प्लेटफॉर्म 1 और 10 पर चक्कर लगा रहे हैं, जबकि अन्य क्षेत्रों में मॉनिटरिंग सीमित है। नई, मेन और करबिगहिया पार्किंग क्षेत्रों में सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर कोई नियमित निगरानी नहीं की जा रही है।
रेल और बस सेवाओं में भीड़ और कमी
इस छठ महापर्व पर दिल्ली-पटना तेजस राजधानी, डिब्रूगढ़ राजधानी, विक्रमशिला एक्सप्रेस, संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस, नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस, ब्रह्मपुत्र मेल, सीमांचल एक्सप्रेस, मगध एक्सप्रेस और हावड़ा-दुरंतो एक्सप्रेस सहित कई प्रमुख ट्रेनों में 26 अक्टूबर तक कोई सीट उपलब्ध नहीं है।रेल मंत्रालय की कमी पूरी करने के लिए स्पेशल बसों का भी परिचालन किया जा रहा है। इस बार 200 से अधिक स्पेशल बसें चलेंगी, जिनमें से वर्तमान में 130 बसें परिचालन में हैं। इन बसों की एडवांस टिकट बुकिंग 21 अक्टूबर से शुरू होगी और यह सेवाएं 15 नवंबर तक जारी रहेंगी।
परिवहन अधिकारियों का कहना
परिवहन अधिकारियों का कहना है कि सीमित स्पेशल ट्रेन और बस सेवाओं के कारण प्रवासियों को लंबा और कठिन सफर करना पड़ सकता है। ऐसे में यात्रियों को समय रहते टिकट बुक कराने और स्टेशन पर अतिरिक्त समय पहले से पहुंचने की सलाह दी जा रही है।
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