ChatGPT:
नई दिल्ली, एजेंसियां। इसका ज्यादा इस्तेमाल आपकी सोचने और निर्णय लेने की क्षमता को कमजोर कर सकता है। जानिए कैसे AI पर निर्भरता बन सकती है आपकी असली ताकत के लिए खतरा। अगर आप भी रोजाना ChatGPT का इस्तेमाल करते हैं कभी काम के लिए, कभी पढ़ाई के लिए, तो आपको एक बात जरूर जाननी चाहिए: ये टूल जितना ताकतवर है, उतना ही खतरनाक भी हो सकता है। जैसे-जैसे लोग ChatGPT को हर सवाल का जवाब देने वाला सुपरहीरो मानने लगे हैं, वैसे-वैसे खुद सोचने और समझने की ताकत पर असर पड़ने लगा है। यह सिर्फ एक टूल है, लेकिन कई लोग इसे अपना दिमाग़ बना बैठे हैं। अगर आप बिना सोचे-समझे हर चीज़ के लिए AI की मदद ले रहे हैं, तो सतर्क हो जाइए, आपकी सबसे अहम काबिलियत, यानी सोचने और निर्णय लेने की शक्ति, धीरे-धीरे कम हो सकती है।
जब हम बार-बार किसी काम के लिए ChatGPT पर निर्भर होने लगते हैं, तो हमारा दिमाग़ ‘शॉर्टकट मोड’ में चला जाता है। जो काम हम खुद सोचकर कर सकते थे, जैसे कि तर्क लगाना, शब्दों को चुनना या विचार बनाना, वह अब मशीन कर देती है। नतीजा ये होता है कि धीरे-धीरे हमारी क्रिएटिव थिंकिंग और प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स कमजोर होने लगती हैं।
ChatGPT:ChatGPT से बढ़ा खतरा
ChatGPT जो जवाब देता है, वह हमेशा सही नहीं होता। कई बार इसमें गलती या अधूरी जानकारी हो सकती है। लेकिन लोग इसे आंख बंद करके सच मान लेते हैं। इससे नकली ज्ञान का खतरा बढ़ जाता है और खुद से रिसर्च करने की आदत खत्म हो जाती है। जब हर लेख, असाइनमेंट या ईमेल के लिए हम AI पर निर्भर होते हैं, तो खुद लिखने की आदत धीरे-धीरे छूट जाती है। भाषा पर पकड़ ढीली हो जाती है, विचार व्यक्त करने की क्षमता कमजोर हो जाती है। बहुत से छात्र आज होमवर्क, एग्ज़ाम प्रेपरेशन और प्रोजेक्ट्स के लिए सीधे AI की मदद ले रहे हैं। ये आदत उन्हें कम समय में स्मार्ट तो बना सकती है, लेकिन लंबे समय में सीखने की प्रक्रिया पर गहरा असर डालती है।
ChatGPT:समाधान क्या है?
ChatGPT को सहायक के रूप में देखें, बदलाव के रूप में नहीं।
जब भी इसका इस्तेमाल करें, जवाबों को खुद जांचें और समझें।
रिसर्च, रीडिंग और रिफ्लेक्शन की आदत न छोड़ें।
अपने दिमाग़ को आलसी न बनने दें, खुद सोचें, लिखें और रचनात्मक बनें।
इसका सही इस्तेमाल आपकी सोचने की क्षमता को और मजबूत बना सकता है, लेकिन अत्यधिक उपयोग से यह आपकी मानसिक ताकत को कमजोर भी कर सकता है। इसलिए, संतुलित और समझदारी से इसका उपयोग करें।
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