चाईबासा। काफी फिल्मों में हमने देखा है कि कैदी जेल से पुलिस को चकमा दे कर फरार होते है। ऐसा ही एक खबर चाईबासा के बाल संप्रेक्षण गृह से आ रहीं है।, जहां 21 नाबालिग बाल कैदी ताला तोड़कर फरार हो गए।
यह घटना मंगलवार (1अप्रैल) शाम करीब 5 बजे की हैं। इस घटना के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया, क्योंकि कोल्हान डीआईजी और कमिश्नर का कार्यालय बाल संप्रेक्षण गृह से महज 13 मिनट की दूरी पर है।
4 कैदी लौटे, 16 की तलाश जारी
फरार हुए 21 कैदियों में से 4 वापस लौट आए हैं। इनमें से तीन को उनके परिजनों ने समझा-बुझाकर सुधार गृह पहुंचा दिया, जबकि एक को ग्रामीणों ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। अभी भी 16 नाबालिग कैदियों की तलाश जारी है।
कैसे हुआ फरार होने का प्लान?
सूत्रों के मुताबिक, बाल संप्रेक्षण गृह के प्रशासन से नाराज कैदियों ने पहले अंदर के दरवाजों और वहां मौजूद सामानों को नुकसान पहुंचाया। फिर सीसीटीवी कैमरे तोड़ दिए और मुख्य गेट को तोड़कर फरार हो गए।
पुलिस प्रशासन पर उठे सवाल
चाईबासा पुलिस और सामान्य प्रशासन के अधिकारी पूरे मामले की जांच में जुटे हैं। कोल्हान डीआईजी मनोज रतन चौथ के तहत चाईबासा, जमशेदपुर और सरायकेला जिले आते हैं, जहां हजारों की संख्या में पुलिस बल तैनात है। इसके बावजूद बाल कैदियों का इस तरह फरार हो जाना पुलिस की सतर्कता पर सवाल खड़ा कर रहा है।
पहले भी हो चुकी है जेल ब्रेक की घटना
यह पहली बार नहीं है जब चाईबासा बाल संप्रेक्षण गृह से कैदी फरार हुए हैं। 2014 में भी ऐसी ही एक घटना सामने आई थी, जब 10 कैदी जेल तोड़कर भाग निकले थे। इसके अलावा, इससे पहले भी जेल में कुछ कैदियों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो चुकी है।
फिलहाल पुलिस प्रशासन 16 फरार कैदियों की तलाश में जुटा हुआ है और पूरे मामले की जांच की जा रही है। इस घटना ने बाल सुधार गृहों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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