अब पेन ड्राइव में कल तक मांगा सबूत
रांची। झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) द्वारा 21 और 22 सितंबर को CGL परीक्षा आयोजित की गई थी। इसके बाद परीक्षा में गड़बड़ियों को लेकर शुरू हुआ विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है।
आयोग ने कहा है कि अभ्यर्थियों द्वारा अभी तक दो बार सीडी में साक्ष्य दिया गया है। लेकिन दोनों बार सीडी ब्लैंक निकली। इसलिए अभ्यर्थियों को सात अक्टूबर को दिन के तीन बजे पेन ड्राइव में साक्ष्य देने के लिए अंतिम अवसर दिया गया है।
..तब आयोग एकतरफा निर्णय लेगाः
आयोग ने कहा कि निर्धारित तिथि तक उपस्थित नहीं होने की स्थिति में उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर एकतरफा निर्णय ले लिया जायेगा।
आयोग ने कहा है कि फोटो-वीडियो की मूल प्रति भी उपलब्ध नहीं कराई गई है, जिसके कारण जांच में बाधा आ रही है।
इधर सीडी में गड़बड़ी का साक्ष्य देने वाले कुणाल प्रताप सिंह समेत अन्य ने कहा है कि सीडी ब्लैंक है तो आयोग वापस क्यों नहीं कर रहा है। इतना ही नहीं गड़बड़ी का वीडियो बनाने वाले की पहचान के लिए आयोग शिकायत करने वाले अभ्यर्थियों पर दवाब बना रहा है।
परीक्षा रद्द करने के लिए कैंडल मार्चः
अभ्यर्थियों ने सीजीएल परीक्षा रद्द करने और सीबीआई से जांच को लेकर शनिवार को कैंडल मार्च निकाला। इसका नेतृत्व झारखंड स्टेट स्टूडेंट्स यूनियन के देवेंद्र महतो कर रहे थे। जयपाल सिंह मुंडा स्टेडियम से अल्बर्ट एक्का चौक तक कैंडल मार्च निकाला।
राज्य के सभी जिलों में परीक्षा में गड़बड़ी के विरोध में कैंडल मार्च निकाला गया। छात्र नेता देवेंद्रनाथ ने कहा कि हर हाल में एग्जाम रद्द होना चाहिए।
इधर मोरहाबादी मैदान स्थित बापू वाटिका में तीसरे दिन शनिवार को सत्याग्रह जारी रहा। इसका नेतृत्व कर रहे छात्र नेता सफी इमाम ने कहा कि पूर्व की परीक्षाओं से 72 प्रश्न सीजीएल परीक्षा में रीपिट है। इसका प्रमाण सामने है। इस परीक्षा के रद्द होने से ही अभ्यर्थियों को न्याय मिलेगा।
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