Central Bureau of Investigation:
भुवनेश्वर, एजेंसियां। ED के ओडिशा जोनल कार्यालय में तैनात उप-निदेशक चिंतन रघुवंशी को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने ₹20 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी भुवनेश्वर के शाहिद नगर इलाके में हुई है।
Central Bureau of Investigation: खनन व्यवसायी से मांगी थी ₹2 करोड़ की रिश्वतः
रघुवंशी पर आरोप है कि उन्होंने धेनकानाल के एक खनन व्यवसायी रतिकांत राउत उर्फ ‘जुलू’ से कानूनी कार्रवाई से बचाने के बदले ₹2 करोड़ की रिश्वत की मांग की थी। इसी सिलसिले में ₹50 लाख की पहली किश्त मांगी गई थी, जिसमें से ₹20 लाख लेते समय वह पकड़े गए।
Central Bureau of Investigation: CBI ने जाल बिछाकर की कार्रवाईः
CBI ने एक पूर्व नियोजित स्टिंग ऑपरेशन के तहत रंग-कोडित कैश के साथ उन्हें गिरफ्तार किया। अधिकारी को रिश्वत लेते समय रंगे हाथों पकड़ने के लिए शाहिद नगर में जाल बिछाया गया था।
Central Bureau of Investigation: पहले भी हो चुकी थी छापेमारीः
8 जनवरी 2025 को ईडी ने व्यवसायी के 14 ठिकानों पर छापेमारी की थी। उसी के बाद रघुवंशी ने रिश्वत की मांग की थी। व्यवसायी ने इस संबंध में CBI से शिकायत की थी।
Central Bureau of Investigation: पूछताछ और जांच जारीः
गिरफ्तारी के बाद चिंतन रघुवंशी को CBI कार्यालय लाया गया, जहां उनसे गहन पूछताछ की जा रही है। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। साथ ही, उनके कॉल रिकॉर्ड, बैंक खातों और संपत्तियों की भी जांच की जा रही है।
Central Bureau of Investigation: ईडी की साख पर सवालः
चिंतन रघुवंशी 2013 बैच के भारतीय राजस्व सेवा (IRS) अधिकारी हैं। इस मामले ने न सिर्फ ईडी की साख को झटका दिया है, बल्कि जांच एजेंसियों की पारदर्शिता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
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